उन्नाव केस अब किसी से छिपा नहीं। 4 जून 2017 को 17 वर्षीय नाबालिक लड़की ने पुलिस में केस दर्ज कराया कि विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने कई लोगों के साथ मिलकर सामूहिक बलात्कार किया। पिता को साजिसं जेल भेज दिया गया, वहां पर पिता की मौत हो गई। चाचा अब भी जेल में है। इस मामले को लेकर सियासत गरमाई हुई चली आ रही है। पेशी में जाते हुए लड़की, उसकी चाची, मौसी और वकील का एक्सीडेंट होने से चाची उर मौसी की मौत हो गई। वकील और वह लड़की का इलाज़ चल रहा है। यह केस क्या दर्शाता है मतलब की। एक आम व्यक्ति गुंडाराज का सामना करने के लिए अगर आवाज बुलंद करते हैं तो उनको मौत की खाईं में परिवार समेत झोक दिया जाता है। सरकार, प्रशासन, राजनैतिक पार्टियां, सामाजिक कार्यकर्ता, समाज सब के सब मौन रहते हैं, तमाशा देखते हैं। अपनी रोटियां सकते हैं। कब तक होता रहेगा ये सब। आखिरकार अब सरकार राजनैतिक लोग चुप क्यों हैं। इस मामले को लेकर बहुत सारे सवाल खड़े होते हैं। इस मामले में क्या अब भी न्याय नहीं मिलेगा। धरना प्रदर्शन, कैंडल मार्च और प्रत्यारोप तक ही सीमित रहेगा।
उन्नाव रेप पीड़िता लड़ रही जिन्दगी और मौत की जंग, क्या दी लोगों ने प्रतिक्रिया
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