हिन्दी फिल्मों में जेल या पुलिस थानों वाले सीनों में हम अक्सर आरोपियों को जमानत में रिहा होते देखते हैं। आप सोच रहे होंगे कि हम अचानक से ये बात आपको क्यों बता रहे हैं। अरे! आज के कानूनी शब्दकोश में हम जमानत और जमानत से जुड़े हुए शब्दों को ही समझेंगे आसान भाषा में।
तो सबसे पहले समझते हैं- जमानत यानी Bail शब्द को
Bail / जमानत
बिना वारंट के गिरफ्तार किए गए या अदालत में लाए गए व्यक्ति को जमानत पर रिहा किया जा सकता है। जमानत का मतलब एक गारंटी के लिए दी गई धनराशि यानी पैसे जमा करके रिहा होने से है। ये गारंटी किसी व्यक्ति के कानूनी प्राधिकारी के सामने एक तय समय के बाद शारीरिक रूप से उपस्थित होने के लिए दी जाती है।
जमानत को समझने के बाद अब जमानत बांड को भी समझ लेते हैं, क्योंकि ये दोनों शब्द एक -दूसरे से जुड़े हुए हैं।
Bail Bond / जमानत बांड
जमानत बांड वो पैसे हैं, जिसे किसी व्यक्ति को अदालत में जमा करना होता है। जमानत बांड को अदालत के सामने व्यक्ति की उपस्थिति की गारंटी देने के लिए दिया जाता है। इसके आधार पर ही जमानत मिलती है।
जमानत और जमानत बांड को समझने के बाद अब अग्रिम जमानत यानी Anticipatory Bail को भी समझ लेते हैं।
अग्रिम जमानत / Anticipatory Bail
अग्रिम जमानत, किसी व्यक्ति को जमानत पर रिहा करने का अदालती आदेश है, जो व्यक्ति की गिरफ्तारी से ही पहले जारी किया जाता है।
ऐसा तब होता है, जब किसी को यह शक होता है कि उन्हें गैर-जमानती अपराध के लिए गलत तरीके से गिरफ्तार किया जा सकता है, तो वे अग्रिम जमानत के लिए आवेदन करते हैं या कर सकते हैं।
अब जमानती और गैर-जमानती अपराध को भी समझ देते हैं। तो पहले समझते हैं- जमानती अपराध यानी Bailable offence शब्द को
Bailable offence / जमानती अपराध
ऐसा अपराध जिसके लिए किसी आरोपी को बिना वारंट के गिरफ्तार किया गया या अदालत के सामने लाया गया हो। बताई गई स्थिति में, उसे जमानत पर रिहा कर दिया जाता है और ऐसे ही अपराधों को जमानती अपराध कहते हैं। जमानती अपराध में साधारण हमले, मानहानि और सार्वजनिक उपद्रव जैसे छोटे अपराध आते हैं।
अब गैर-जमानती अपराध यानी Non-bailable offence शब्द को भी समझ देते हैं।
Non-bailable offence / गैर जमानती अपराध
ऐसे अपराध जिनमें आरोपी को आसानी से जमानत नहीं मिलती है, उसे गैर-जमानती अपराध कहते हैं। गैर-जमानती अपराधों में हत्या, बलात्कार, अपहरण जैसे गंभीर अपराध आते हैं।
वीडियो के आखिर में, परोल और फरलो शब्द को भी समझ लेते हैं।
Parole / पैरोल
पैरोल में कैदी को कम समय के लिए अस्थाई रूप से रिहा किया जाता है, जिससे कि वह अपनी परिवारिक जिम्मेदारी को पूरा कर सके और समुदाय के साथ सामाजिक रूप से जुड़ सके। पैरोल में बिताए गए दिनों यानी जेल से बाहर बिताए गए दिनों को सजा के रूप में नहीं गिना जाता है।
Furlough / फरलो
वहीं फरलो में कैदी को जेल में कुछ साल बिताने के बाद जेल में उसके अच्छे व्यवहार और अनुशासन को बनाए रखने के लिए, कम समय के लिए छोड़ दिया जाता है। फरलो उस कैदी को दी जा सकती है, जिसे पाँच या उसे ज्यादा साल के लिए सख्त सजा दी गई हो और वह दोषी पाए जाने के बाद कुछ स्थितियों में न्यूनतम वर्षों की अवधि पूरी होने के बाद दी जाती है, साथ ही कैद का उस दौरान रिकार्ड बेदाग हो। आपको बता दें कि कैदी द्वारा फरलो पर बिताए गया समय सजा की अवधि में गिना जाता है।
तो ये थे, आज के कानूनी शब्दकोश के शब्द और उनके मतलब।
दोस्तों! इस वीडियो की जानकारी हमारे सहयोगी संगठन न्याया द्वारा दी गई है। आप इस तरह की जानकारी और भारतीय कानून को समझने के लिए न्याया की वेबसाइट पर जा सकते हैं।
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