गैस के बढ़ते दाम जिला बांदा| एक तरफ सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत हर घर में गैस पहुंचा कर महिलाओ की सुविधा की वाहवाई लुट रही है, तो दुसरी तरफ दिन पे दिन रसोई गैस के दाम बढाए जा रहे हैं|वाराणसी: धुएं से मुक्ति नहीं दिला पा रही उज्ज्वला योजना
जिसको लेकर आम जनता में बहुत ही आक्रोश है और लोगों ने गैस के बढ़ते दामों को कम करने के लिए कांग्रेसी कार्यकर्ताओ के साथ मिलकर 15 फरवरी को कलेक्टर में ज्ञापन भी सौंपा है| लोगों का कहना है कि तीन सौ रुपए से बढ़ते-बढ़ते 7 सौ में गैस पहुँच गई थी|
आज हमारे देश में योजना है कि 2009 और 2010 की गरीबी आंकड़े कहते हैं कि पिछले 5 साल के दौरान भारत में गरीबी 37.2 फीसदी पर आ गई है , परंतु क्या सच में हमारे देश में गरीब की कुछ आंकड़े ही कम होने से गरीबी खत्म हो जाती है नहीं ऐसा नहीं है आज भी हमारे देश में इतनी गरीबी है कि गरीब व्यक्ति को अपने घर पर दो वक्त की रोटी के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है ना तो वो धुप देखता है ना वह बारिश देखता है।
श्री नरेंद्र मोदी जी ने उनकी इसी मेहनत को कम करने के लिए उनके लिए एक योजना बनाई है जिसे उज्ज्वला योजना नाम दिया गया है जिससे वह अपने घर का चुल्हा आसानी से जला सके और अपने घर में आसानी से खाना खा सके यह उन गरीब लोगों के लिए है जिनके पास गैस कनेक्शन की सुविधा नहीं होती है।
लेकिन फिर भी लोग इस्तेमाल कर रहे थे| अब सीधे 9सौ30 रुपये कि हो गई है| जिससे उनकी रसौई का बजट डगमडा रहा है लोगों के पास आमदनी का प्रतिशत बढ नहीं रहा और महंगाई दिन पे दिन बढ रही है| जिससे उज्ज्वला योजना के तहत मिले गैसे सिलेंडर तो लोग भरा ही नहीं पाएगे|
गरीब मजदूर लोग जो किसी तरह दो वक्त की रोटी जुटाते हैं वह कैसे गैस भरा पाएगे| उनके लिए तो चुल्हा फुंकना ही ठीक है|