खबर लहरिया Blog Ujjain rape: 12 वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार के मामले में ऑटो ड्राइवर सहित 3 आरोपी हिरासत में

Ujjain rape: 12 वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार के मामले में ऑटो ड्राइवर सहित 3 आरोपी हिरासत में

घटना के बारे में बताते हुए पुलिस ने कहा कि सर्वाइवर जीवन खेरी से ऑटो में बैठी थी, जिसका एक सीसीटीवी वीडियो भी बरामद किया गया है। बाद में ऑटो पर खून के धब्बे भी पाए गए और ऑटो की फॉरेंसिक जांच की जा रही है।

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                         सीसीटीवी की फुटेज के अनुसार सर्वाइवर गेट के सामने खड़े हुए व्यक्ति से मदद मांग रही थी

Ujjain: एमपी के उज्जैन में 12 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार के मामले एक ऑटो ड्राइवर व तीन अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है। सीसीटीवी के अनुसार, बच्ची अर्धनग्न अवस्था में घर-घर जाकर मदद मांगती दिखी। बच्ची के प्रजनन अंगो से खून बह रहा था। जानकारी के अनुसार, राहुल शर्मा नाम के पुजारी ने बच्ची की मदद की व उसे अस्पताल पहुंचाया।

पुलिस ने बताया कि उन्होंने 8 किलोमीटर की दूरी का सीसीटीवी फुटेज निकाला जिसमें सर्वाइवर उस रास्ते पर लोगों से मदद मांग रही थी। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक़, दोषी ऑटो ड्राइवर की पहचान 38 वर्षीय राकेश के रूप में हुई है।

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आरोपियों की पहचान रखी गई है गुप्त

रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना के बारे में बताते हुए पुलिस ने कहा कि सर्वाइवर जीवन खेरी से ऑटो में बैठी थी, जिसका एक सीसीटीवी वीडियो भी बरामद किया गया है। बाद में ऑटो पर खून के धब्बे भी पाए गए और ऑटो की फॉरेंसिक जांच की जा रही है।

बता दें, मामले में हिरासत में लिए गए तीन अन्य लोगों में से एक ऑटो चालक भी था। वहीं पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए लोगों की पहचान उजागर नहीं की गई है।

पुजारी ने की मदद

मामले से जुड़े जिस सीसीटीवी फुटेज की बात की जा रही है, उसके अनुसार सर्वाइवर घर के बाहर खड़े एक आदमी से मदद मांगती हुई दिखी, वहीं वह व्यक्ति उसे दूर करने के लिए हाथ हिलाता दिखा।

लाइव मिनट की रिपोर्ट के अनुसार, सर्वाइवर जिसके बारे में यह कहा जा रहा था कि वह मानसिक रूप से बीमार है व खुद को उसने थोड़ा-बहुत ही ढका हुआ था। उसके साथ पहले कथित तौर पर बलात्कार किया गया और फिर उसके बाद उसे आश्रम के पास छोड़ दिया। उसने तब तक मदद मांगी जब तक वह आश्रम तक नहीं पहुंच गई।

रिपोर्ट के अनुसार, राहुल शर्मा नाम के पुजारी ने उसकी मदद की। बता दें, राहुल शर्मा उज्जैन शहर से करीब 15 किमी दूर बड़नगर रोड स्थित एक आश्रम से जुड़े हैं।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार सुबह करीब 9.30 बजे, वह किसी काम के लिए आश्रम से बाहर जा रहे थे, तभी उन्होंने गेट के पास खून से लथपथ व अर्धनग्न अवस्था में बच्ची को देखा। “मैंने उसे अपने कपड़े दिए। उसका खून बह रहा था। वह बोल नहीं पा रही थी। उसकी आंखें सूजी हुई थीं। मैंने 100 नंबर पर फोन किया। जब मैं हेल्पलाइन पर पुलिस तक नहीं पहुंच सका, तो मैंने महाकाल पुलिस स्टेशन से संपर्क किया और उन्हें स्थिति के बारे में सूचित किया। पुलिस लगभग 20 मिनट में आश्रम पहुंची’- पुजारी ने कहा।

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बच्ची की पहचान की तलाश ज़ारी

लाइव मिनट की रिपोर्ट के मुताबिक़, घटना कहां हुई यह तो स्पष्ट नहीं है पर घटना 25 सितंबर की है व सीसीटीवी फुटेज बड़नगर रोड से लिया गया था।

पुलिस व पुजारी की मदद से बच्ची को अस्पताल लेकर जाया गया। उसकी हालत अभी स्थिर है। वहीं मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि हुई है। साथ ही बच्ची की मदद के लिए एक पुलिसकर्मी भी अपना खून देने के लिए आगे आये। रिपोर्ट कहती है कि आगे के इलाज के लिए उसे इंदौर लेकर जाया गया ह।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सचिन शर्मा ने कहा कि लड़की अभी भी खुद को या अपने परिवार को पहचानने में असमर्थ है, लेकिन उसके बात करने के तरीके से पता चलता है कि वह उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से है, जो लगभग 900 किमी दूर है।

जांच के लिए किया गया टीम का गठन

पुलिस ने घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम का गठन किया है। पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया है। यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा (POCSO) अधिनियम के तहत बाल शोषण के आरोप लगाए हैं।

एमपी के गृह मंत्री ने मामले को लेकर कहा कि,”उज्जैन मामले की जांच के लिए SIT का गठन कर दिया गया है। एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। जांच के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

 कांग्रेस प्रमुख ने एमपी सीएम पर उठाये सवाल

मामले को लेकर मध्य प्रदेश के कांग्रेस प्रमुख कमल नाथ ने X पर ट्वीट करते हुए लिखा,

“उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ अत्यंत क्रूरतापूर्ण दुराचार का मामला देखकर रूह कांप जाती है। 12 साल की बेटी के साथ जिस तरह का दुष्कृत्य हुआ और जिस तरह से वह अर्धनग्न अवस्था में शहर के कई इलाकों में भागती रही और फिर बेहोश होकर सड़क पर गिर गई, उससे मानवता शर्मसार हो जाती है। ऐसी जघन्य घटना प्रशासन और समाज के माथे पर कलंक है।

– मैं मुख्यमंत्री से जानना चाहता हूं कि क्या आप सिर्फ चुनाव ही लड़ते रहेंगे और झूठी घोषणाएं ही करते रहेंगे?
– क्या आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बनी बेटियों की तस्वीरों से पूरे मध्य प्रदेश के होर्डिंग भर देंगे, लेकिन मासूम बेटियों की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं देंगे?

– जिस बेटी के साथ यह दरिंदगी हुई क्या वह लाडली लक्ष्मी और लाडली बहना नहीं है?

– मुख्यमंत्री जी उज्जैन में पहले भी दो छोटी बच्चियों के साथ क्रूरतापूर्ण दुष्कृत्य हुआ था।
– प्रदेश में ऐसी क्रूर घटनाओं की पुरावृत्ति बताती है कि मध्य प्रदेश में कानून का राज समाप्त हो चुका है।
– मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री के होते हुए भी मुख्यमंत्री विहीन हो चुका है। अपराधी निरंकुश है और जनता परेशान है।

– मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए और पीड़िता को समुचित उपचार के साथ ही एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।”

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार, 2019 और 2021 के बीच मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में सबसे अधिक महिलाओं और लड़कियों के गायब होने की जानकारी मिली है। 2021 में मध्य प्रदेश में बलात्कार की सबसे अधिक घटनाएं (प्रति राज्य) दर्ज की गईं – 6,462, जिनमें से 50 प्रतिशत नाबालिग थीं। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो मध्य प्रदेश में 2021 में हर दिन 18 नाबालिगों के साथ बलात्कार किये जाने की खबर है।

महिलाओं के खिलाफ बढ़ते इन आपराधिक मामलों के आंकड़े सिर्फ एक राज्य तक ही सीमित नहीं है। कई बड़ी-बड़ी बातों के बावजूद भी सरकारें हिंसाओं को रोकने में नाकामयाब रही हैं।

 

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