राज्य पुलिस के अनुसार योगी आदित्यनाथ सरकार के 16 महीनों में 3,000 से भी अधिक अपराध की घटनाएँ दर्ज की गई हैं, जिसमें कम से कम 78 अपराधियों को मार गिराया गया है।
देखा जाए तो 19 मार्च, 2017 को योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था। डीजीपी कार्यालय के अनुसार इस रिपोर्ट में, मार्च 2017 और जुलाई 2018 के बीच दर्ज हुए सभी मामलों का मुआयना किया गया है।
मुठभेड़ से जुड़े सभी मामले, अपराधियों की हत्या और शहर में हुई सभी गिरफ्तारियों को लेकर इसे सरकार की उपलब्धियों के रूप में गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रचारित किया जाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार अपराध पर प्रभावी नियंत्रण के लिए वांछित अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए राज्यव्यापी अभियान चलाया जा रहा है। जिसमे, जुलाई 2018 तक 3,026 मुठभेड़ें शामिल की गई हैं।
इन मुठभेड़ों में 69 अपराधियों को मार गिराया गया, 7,043 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, और कुछ 838 अपराधियों को घायल किया गया है। इसके ज़रिये ये भी सामने आय है कि कुल 11,981 अपराधियों ने अपनी जमानत रद्द कर अदालत में आत्मसमर्पण करके खुद को पुलिस के हवाले कर दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मुठभेड़ों में नौ अपराधियों को मारकर 139 अन्य अपराधियों को गिरफ्तार भी किया है।
15 दिसंबर, 2017 तक सरकार के पहले नौ महीनों में, 17 अपराधी मारे गए- जिसका औसत केवल 1.8 प्रति माह बताया गया है। हालांकि, यह आंकड़ा अगले सात महीनों तक तेजी से बढ़ता दिखा है: जनवरी 2018 और जुलाई 2018 के बीच, मुठभेड़ों में 61 अपराधी मारे गए– जिसका औसत 8.71 प्रति माह दर्ज किया गया है।