जिला महोबा ब्लाक चरखारी गांव गोरखा यहां पर हर साल की भांति इस साल भी जल बिहार का मेला लगा हुआ है जिस कार्यक्रम में रस्साकशी का प्रोग्राम किया गया है गोरखा गांव में दिनांक 9 को रखा गया था लेकिन अब 9 तारीख और 10 तारीख को रखा गया है जिससे गांव देहात के लोग आए और अपनी अपनी ताकत दिखाने का काम किया इसमें लोगों का कहना है कि सबसे मजेदार खेल रस्साकशी का है जो ग्रामीण अंचल में होता है 7 लोग इस तरफ 7 लोग रहते हैं जिससे रस्सी को की खींचते हैं इस खेल में खेलने वाले बहुत तो मजा ही आता है लेकिन देखने वालों को उससे ज्यादा मजा आता है यह खेल के साथ-साथ जो आर्मी और फौजी की तैयारी करती है उसमें भी अच्छा आता है इससे ज्यादातर 18 साल के से लेकर 30 या 35 साल तक रस्साकशी वाला खेल खेलते हैं तारा पता चला हुआ है कि इसमें वैसे पतली भी ना होना चाहिए और मोटी रस्सी होना चाहिए ताकि 7 जने इधर से जीते हैं और साजन इतने छेद होते हैं अगर तकलीफ होती है तो उठाते हैं और लगने का गीता कहता है ऐसा ही एक खेल है कि बहुत मजबूती से पकड़ ना होता है अपनी अपनी ताकत लगाते हैं अगर ताकत नहीं लगाएंगे तो कह देंगे कि हार जाएंगे