अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनाव को लेकर चुनाव से पहले और चुनाव के बाद भी काफ़ी खींचतान नज़र आई। चुनाव में जो बाइडन से डोनाल्ड ट्रम्प की हार के बाद ट्रम्प के समर्थकों ने नाराजगी जताई। 6 जनवरी 2021 को अमेरिकी कैपिटल बिल्डिंग में चुनावो की गिनती के दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रह चुके डोनाल्ड ट्रंप के हजारों समर्थक अमेरिकी कैपिटल में गुस गए। पुलिस के साथ झड़प करने लगे और वोटों की गिनती में बाधा डाली और संवैधानिक तौर पर जो बाइडन की राष्ट्रपति बनने की प्रक्रिया को रोक दिया।
द वॉल स्ट्रीट जर्नल की 8 जनवरी 2021 की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने ट्रम्प के समर्थकों को कम आंका, जिन्होंमे घण्टों तक अमेरिकी कैपिटल को ज़ब्त करते हुए, हिंसक धरना प्रदर्शन किया।
हिंसक प्रदर्शन में हुई 4 लोगों की मौत
वाशिंगटन डीसी पुलिस चीफ रोबर्ट कॉन्टे बताते हैं कि बुधवार, 6 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों द्वारा कैपिटल परिसर में हंगामे की घटना के अंजाम के बाद चार लोगों की मौत हुई। तीन लोगों की मौत आपातकालीन इलाज ना मिलने की वजह से हुई। वहीं एक महिला को अमेरिकी पुलिस कैपिटल द्वारा गोली मार दी गयी थी। गोली मारने की घटना को अस्पष्ट बताया जा रहा है।
राजधानी में लगा कर्फ़्यू
हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए सीनेट और पूरे कैपिटल को बंद कर दिया गया। उपराष्ट्रपति माइक पेंस और सांसदों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। प्रदर्शनकारियों के हमले में कई अधिकारी घायल हुए। बिगड़ते हालात के बीच राष्ट्रीय राजधानी में कर्फ्यू लगा दिया गया। लेकिन बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए सड़कों पर उतर आए।
13 गिरफ्तार और 5 हथियार जब्त
अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में पुलिस ने चुनाव प्रदर्शन में 52 लोगों को गिरफ्तार किया। साथ ही पांच हथियार भी जब्त किए। वाशिंगटन मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग के प्रमुख रॉबर्ट कॉन्टे ने कहा कि “हमें पांच हथियार बरामद हुए हैं और करीब 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।” कॉन्टे ने कहा कि “सभी गिरफ्तार किए गए लोग वाशिंगटन के पास के उपनगरों और प्रांतों से यहां पहुंचे थे।“
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प पर वीरवार,7 जनवरी को चिंता ज़ाहिर की। कहा कि सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, “वाशिंगटन डीसी में हिंसा और दंगे की खबरों से चिंतित हूं। सत्ता का सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण हस्तांतरण जारी रहना चाहिए। लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैरकानूनी प्रदर्शनों के जरिए बदलने की अनुमति नहीं दी जा सकती।“
Distressed to see news about rioting and violence in Washington DC. Orderly and peaceful transfer of power must continue. The democratic process cannot be allowed to be subverted through unlawful protests.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 7, 2021
ट्विटर ने ट्रंप के अकाउंट को किया ब्लॉक
अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव में धांधलेबाज़ी से संबंधित पोस्ट लगातार करने पर माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट पर बुधवार, 6 जनवरी को 12 घंटे के लिए रोक लगा दी। ट्विटर ने चेतावनी दी कि अगर भविष्य में ट्रंप ने नियमों का उल्लंघन किया तो उनके अकाउंट पर स्थायी यानी पूरी तरह से रूप से रोक लगा दी जाएगी।
फेसबुक और यूट्यूब ने भी हटाया वीडियो
ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब ने ट्रंप का वीडियो हटा दिया जिसमें वह बुधवार, 6 जनवरी को अपने समर्थकों से ‘घर जाने की अपील कर रहे थे और राष्ट्रपति चुनाव में धांधली होने की बात कर रहे थे। कैपिटल परिसर में प्रदर्शनकारियों के घुसने के करीब दो घंटे बाद ट्रंप ने यह वीडियो पोस्ट किया था। प्रदर्शनकारी इलेक्टोरल गिनती के नतीजों पर संसद के संयुक्त सत्र में बाधा डालना चाहते थे। इस सत्र में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत की पुष्टि होनी थी।
जो बाइडन ने ट्रम्प की करी निंदा
वाशिंगटन पोस्ट की 7 जनवरी की रिपोर्ट के अनुसार एक टीवी भाषण में अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा हिंसा बढ़ाने की निंदा की। वह कहते हैं ” मैं भीड़ को पीछे हटने के लिए कहता हूँ और चाहता हूँ कि लोकतंत्र के काम को आगे बढ़ाया जाए।“
बाइडन ने कहा, ‘इससे फर्क नहीं पड़ता कि राष्ट्रपति अच्छा है या बुरा लेकिन एक राष्ट्रपति के शब्द मायने रखते हैं। अच्छा यह कि वह लोगों को प्रेरित कर सकता है और बुरा यह कि वह लोगों को उकसा सकता है। मैं राष्ट्रपति ट्रंप से कह रहा हूं कि अभी नेशनल टेलिविजन पर आकर अपनी शपथ पूरी करें, संविधान की रक्षा करें और इस घेराबंदी को समाप्त करने की मांग करें।‘
ट्रंप ने अपने भाषण में क्या कहा?
डोनाल्ड ट्रंप ने संसद का संयुक्त सत्र शुरू होने से ठीक पहले कहा कि वह चुनाव में हार को स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें धांधली हुई है और यह धांधली उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन के लिए की गई, जो नवनिर्वाचित राष्ट्रपति हैं। ट्रंप ने वाशिंगटन डीसी में अपने हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि जब धांधली हुई हो तब आपको अपनी हार स्वीकार नहीं करनी चाहिए। ट्रंप ने एक घंटे से अधिक के अपने भाषण में दावा किया कि उन्होंने इस चुनाव में शानदार जीत हासिल की है।
कब और कैसे शुरू हुई हिंसा?
जब जो बाइडन की जीत को प्रमाणित करने के लिए सांसद संसद के संयुक्त सत्र के लिए कैपिटल के अंदर बैठा था तभी यूएस (अमेरिका) कैपिटल पुलिस ने इसके भीतर सुरक्षा के उल्लंघन की घोषणा की। ट्रंप समर्थक कैपिटल बिल्डिंग में घुस गए और हंगामा करने लगे। इसके चलते कांग्रेस को मजबूरन अपनी कार्यवाही रोकना पड़ा। राजधानी के बाहर पुलिस और ट्रंप समर्थकों के बीच झड़प हुई। प्रदर्शनकारियों ने कैपिटल की सीढ़ियों के नीचे लगे अवरोधक तोड़ दिए। कैपिटल पुलिस ने बताया कि इलाके में एक संदिग्ध पैकेट भी मिला।
सवाल यह है कि आखिर कब तक हिंसा का दृश्य समाप्त होगा और हिंसा बढ़ाने वाले लोगों पर क्या और कब तक कार्यवाही की जाती है।