जिला पन्ना- आधार कार्ड से वंचित आदिवासी बस्ती के लोग | , ब्लाक अजयगढ़, ग्राम पंचायत बालूपुर और नगर पंचायत राजापुर। यहां के आदिवासी लोगों के हिसाब से इतना महत्वपूर्ण होने के बाद भी उनको बच्चों के आधार कार्ड नहीं बने जिसके कारण बच्चों के कई जरूरी काम नहीं हो पा रहे।
आधार कार्ड पर आया सुप्रीम कोर्ट का फैसला, बैंकों के लिए नहीं जरूरी
आदिवासी बस्ती के लोग अजयगढ़ से लगभग चालीस किलोमीटर पन्ना जिले भी गए लेकिन आधार कार्ड नहीं बन पाए। अजयगढ़ में तो बन ही नहीं रहे हैं।
गांव और नगर क्षेत्र की कई आदिवासी परिवार हैं जिनके घरों में ज्यादातर बच्चों के आधार कार्ड नहीं बने हैं। जो बच्चे स्कूल में पढ़ रहे हैं उनके पास आधार कार्ड न होने से छात्रवत्ति का फार्म नहीं भर पा रहे।
छोटे बच्चों को आंगनबाड़ी में दाखिला नहीं मिल पा रहा। लोगों ने यह भी बताया कि उनको घर के जरूरी काम छोड़ छोड़ कई बार अजयगढ़ और पन्ना जिला जाना पड़ा। तब भी लौटा दिया गया।
एक महीने में लगभग 5 पांच बार आधार कार्ड बनवाने के लिए जा चुके है लेकिन हर बार लौटना ही पड़ा। घर के काम छोड़ो किराया भाड़ा लगाओ तब भी कुछ नहीं हो पा रहा। इस मामले पर वार्ड नंबर आठ के पार्षद राजू आदिवासी ने बताया कि राजापुर वार्ड नंबर आठ में कुल वोटर 886 है और आबादी लगभग पांच हज़ार है।
बच्चों समेत लगभग दो सौ लोगों के आधार कार्ड नहीं बने। इस समय बन्द चल रहे हैं। जल्द ही शुरू हो जाएंगे आधार का बनना। भारतीय जनता पार्टी के छात्र संगठन का जिलाध्यक्ष का कहना है कि उनकी पूरी कोशिश होगी कि सबके आधार कार्ड जल्दी से बन जाएं | समुदाय के लोगों का कहना है देखते हैं कब तक आधार कार्ड बन पते है अभी तक को केवल दिलासा ही दिया जा रहा है