हमारे समाज में इन्सानों का बंटवारा सदियों से चला आ रहा है कभी जाति के नाम तो कभी लिंग के आधार पर। ज़्यादातर लोग लिंग-भेदभाव की बात करते हैं तो यही लगता है महिला-पुरुष की बात कर रहे हैं पर हम यहाँ एलजीबीटीक्यूआईए+ को भूल जाते हैं जिसमें ट्रांसजेंडर समुदाय भी आता है।
हम ललितपुर जिले के महरौनी कस्बे के कुछ ऐसे ही किन्नरों से मिले, जहाँ उन्हें किसी भी तरह के डाक्यूमेंट बनवाने के लिए भी काफी परेशनियां उठानी पड़ती है। आइये जानते हैं उनकी परेशानियों की कहानी उन्हीं की ज़ुबानी।
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