छत्तीसगढ़ की रहने वाली कंचन सेंद्रे ट्रांसजेंडर कम्युनिटी में अब काफी नाम कमा चुकी हैं। पेशे से पत्रकार और समाज सेवक कंचन छत्तीसगढ़ में पिछले कई वर्षों से समाज में ट्रांसजेंडर्स को एक आम नागरिक की पहचान दिलाने के लिए तत्पर रूप से काम कर रही हैं।
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हर ट्रांसजेंडर की तरह कंचन भी सामाजिक स्वीकृति की लम्बी लड़ाई लड़कर आज इस मुकाम तक पहुंची हैं कि अब वो छत्तीसगढ़ के कई ट्रांसजेंडर्स को अपने पैरों पर खड़ा होना सिखा पा रही हैं। छत्तीसगढ़ को ट्रांसजेंडर्स को मान्यता देने के लिए रोल मॉडल माना जाता है, लेकिन इसमें कितनी सच्चाई है, इसके बारे में कंचन ने हमें बताया। ट्रांसजेंडर्स के साथ हो रहीं दुष्कर्म की घटनाओं और उस पर प्रशासन की कार्यवाही से भी उन्होंने हमें रूबरू करवाया।
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