जिला बांदा,ब्लाक नरैनी ग्राम पंचायत पिपरहरी| यहां के लोगों का आरोप है कि के प्रधान की उदासीनता के चलते उनके ग्राम पंचायत में शौचालय की सबसे बुरी स्थिति है|
लोगों का कहना है कि उनके शौचालय किसी का 1 साल पुराना किसी का 6 महीना पुराना है लेकिन आज भी उन्हों तक लेकिन आज भी उन्होंने उन चारों को यूज नहीं कर पाया कोई टूटा पड़ा है तो किसी का गड्ढा ही खुदा पड़ा हुआ है तो किसी में सीट ही नहीं है और दरवाजा भी नहीं है| लोगों का कहना है कि प्रधान ने अपने से मटेरियल डालकर बनवाया था |
जिसमें से 1 बोरी सीमेंट में पूरा शौचालय खड़ा करा दिया है गड्ढा उसी तरह खुले पड़े हुए हैं बहुत से लोगों के गड्ढे जो खुले पड़े हुए थे और पैसा ना मिलने के कारण ना बनने के कारण उन्होंने पुर्व दिए हैं क्योंकि गड्ढों में बच्चे और जानवर गिर जाते थे तो दिक्कत होती थी| लोगों का यह भी कहना है कि शायद उनको पूरा पैसा मिलता तो वह अच्छे से बनवा पाते लेकिन प्रधान ने पैसा उन को दिया ही नहीं बहुत से लोगों का कहना है कि उनकी अभी दूसरी किस्त नहीं आई इस कारण अधूरे पड़े हैं और कुछ लोगों का कहना है |
कि उन्होंने अपने से ही पैसा लगाकर बनवा लिया है लेकिन दोबारा पैसा अभी तक नहीं मिला| जिससे लोगों को काफी दिखते हो रहे हैं और उन्होंने कई बार शिकायतें भी की पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है और बरसात के समय उन्हें सच में जाने के लिए बहुत ही दिखते हो रही हैं|
ग्राम पंचायत पिपरहरी मजरा कछिया पुरवा प्रधान रजमनिया के पति किशोरी ने गांव के इस मुद्दे पर बात करने से मना कर दिया| एडिओ पंचायत नरैनी का कहना है की पुरे नरैनी ब्लाक में 23 हजार 7 सौ 23 शौचालय का लक्ष्य है| जिसमें साडे उन्निस हजार बन गये हैं और जो अधुरे हैं वह बन रहे है| पिपरहरी के लिए टटोल 45 लाख 24 हजार रुपये आया था|
जिसमें अभी भी 14 लाख रुपये शौचालय के लिए खातों में पड़ा है और 387 शौचालय वहां के लिए दिये जा चुके हैं| जो शौचालय अधुरे और टुटे फुटे पडे हैं पहले के बने हैं वह बेस लाइन के हिसाब से नहीं बने और जो शौचालय अब बन रहे है वह बेस लाइन से बन रहे हैं और सीधे लभार्थी के खाते में जा रहा है| वहां का प्रधान सुस्त है और किसी सचिव से भी नहीं बनती इस लिए काम धीमा है पर जब सचिव लिख कर देगा| तभी कुछ हो सकता है|