कोरोना महामारी ने धीरे-धीरे पूरे देश में अपने पैर पसार लिए हैं। कोरोना की तीसरी लहर की खबर से ही स्वास्थ्य टीम पूरी तैयारियों में जुट चुकी है। हमने टीकमगढ़ जिले के ग्राम लड़वारी के ग्रामीणों से कोरोना की तीसरी लहर को लेकर बात की। राजाराम बंसकार कहते हैं कि उन्होंने टीवी, मोबाइल में कोरोना की तीसरी लहर के बारे में सुना है। उन्हें कोई डर नहीं है क्यूंकि उन्हें वैक्सीन लग चुकी है। उनके गाँव से भी अभी तक कोरोना का कोई मरीज़ नहीं निकला है।
ये भी देखें – गर्भवती और धात्री महिलाएं कोविड-19 से कैसे करें बचाव? #HelloDoctor
जानकीबाई बंशकार कहती हैं, वह तो मज़दूर हैं। उसी से उनका भरण-पोषण होता है। उन्हें कोरोना नहीं होगा क्यूंकि वह लोग धूप में काम करते हैं। जो लोग घर में रहते हैं और कोई काम नहीं करते, उसे ही कोरोना हो रहा है। उन्हें किसी बात का डर नहीं है।
बल्देवगढ़ स्वास्थ्य विभाग के बीएमओ सिद्दार्थ रावत कहते हैं, आशा बहु और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लोगों के घर-घर जाकर उनके स्वास्थ्य की जांच करती है। जिसकी रिपोर्ट पॉज़िटिव आती है उसे क्वारंटाइन किया जाता है। साथ ही सभी 15 से 18 साल के बच्चों को कोविड का टीका लगाया जा रहा है। साथ ही जिन्हें कोविड का दूसरा डोज़ लग चुका है उन्हें नौ महीने बाद बूस्टर डोज़ लगाने की भी अपील की जा रही है।
ये भी देखें – महोबा : “हमारे गाँव में नहीं है कोरोना का डर” – ग्रामीण महिला
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)