टीकमगढ़: लॉकडाउन में आदिवासियों को नहीं मिल रहा खाना :ब्लाक जतारा, गाँव बिलगाँय की खबर देखा जा रहा है जहां 50-60 घरो का परिवार है आदिवासी लोगों का इन लोगों का आरोप है कि आदिवासियों को इस लॉक डाउन को लेकर के बहुत ही तरह की दिक्कतें आ रहे हैं जैसे की हर चीज में महंगाई भी बहुत ज्यादा चल रही है जैसे कि ₹10 की चीज ₹20 में दे रही ₹20 की कि ₹40 में ले रहे हैं हम लोग अपने बच्चों का भाड़ पोषण नहीं कर पाए खाने पीने की ना तो हम लोग कहीं मजदूरी करने निकल पा रहे हैं ना हम लोग अपने बच्चों का बाहर पोषण नहीं कर पा रहे हैं और लॉक डाउन को 25 दिन होने जा रहे हैं लेकिन सरकार के द्वारा हम लोगों को किसी भी प्रकार की मदद नहीं दी गई है और एक महिला है जिसका नाम सुधा आदिवासी है इसका आरोप है कि ना तो हमारे पास राशन कार्ड नहीं है और हम तो राशन से लेकर पूरी सामग्री मोल खरीदते हैं अपना फिर गुजारा करते हैं और हमारे पति है जो बाहर गये हुये है राजस्थान में है दो-तीन माह हो गए हैं सुलभता उनकी वजह से लॉक डाउन की वजह से घर नहीं आ पा रहे हैं तो हम यहां पर बहुत ही परेशान हो रहे हैं रोजगार सहायक गाँव बिलगाँय रवि शंकर चतुर्वेदी ने बताया है जो चेन्नितं है गरीब परिवार थे वहां जाकर भोजन पैकेट दिये गए थे कभी-कभी क्वांर इटर सेंटर पर भी भोजन कराए गये थे शासन के निर्देश के अनुसार है कि जरुरमदों तक लाभ पहुंचाए जाए लगभग 30 35 परिवार को भोजन की व्यवस्था बनाई जाती थी पैकेट के माध्यम से भोजन पहुंचाया जाता था यही प्रयास किए गए थे और तीन-तीन माह का राशन बांट दिया गया है और भी परिवार थे पात्रता में शासन के आदेश के अनुसार सूची प्राप्त हुई थी जनपद से उनको भी खाद्यान्न दिलाया गया है जो संभव प्रयास शासन के आदेश के अनुसार पंचायत की तरफ से किया जा रहा है और किया जाएगा और जो सुधा आदिवासी है वह यहां की लड़की है अपने मायके में रहती है तो हम जाकर उनसे संपर्क कर रहे हैं और उनको खाने पीने की व्यवस्था की जाएगी