मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले के गांव जटऊआ में ग्रामीण बीस किलोमीटर दूर राशन लेने जाने के लिए मजबूर हैं। लोगों का कहना है दोनों साइड से ₹50 तो किराया में लग जाता है। लगभग 4-5 साल से गांव में राशन वितरण नहीं हो रहा है। गांव की आबादी लगभग 600 के करीब है जिसमें दो-तीन समुदाय के लोग रहते हैं जैसे पाल, अहिरवार, कुशवाहा, ठाकुर आदि जो पिछड़ी जाति के लोगों के साथ दबंगई भी करते हैं। ग्रामीणों की सरकार से मांग है कि पंचायत में दो-तीन गांव आते हैं वहां पर भी राशन वितरण करवाया जाए, जिससे उन्हें अपनी ग्राम पंचायत में ही राशन मिल सके। उन्हें 20 किलोमीटर दूर न जाना पड़े।
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