मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले के अनगढ़ा और कांटी खास गांवों में आज भी महिलाएं रूढ़िवादी परंपराओं और सामाजिक बंधनों से जूझ रही हैं। पंचायत चबूतरों पर महिलाओं का बैठना वर्जित है और इस नियम का उल्लंघन करने पर उन्हें सामाजिक बहिष्कार और जुर्माने का सामना करना पड़ता है।
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यह समस्या सदियों पुरानी परंपराओं और आधुनिक सशक्तिकरण अभियानों के बीच के टकराव को दर्शाती है। महिलाएं इस स्थिति को बदलने की चाह रखती हैं, लेकिन उन्हें परंपरागत मानसिकताओं का सामना करना पड़ता है।
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