टीकमगढ़ जिले का बगाज माता मंदिर बुंदेलखंड में काफ़ी प्रसिद्ध है। यहां रहने वाले लोग कई सालों से इस जगह अपनी दुकाने लगाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। लेकिन मंगलवार 25 मई की रात 11 से 12 बजे के बीच अचानक आग लगने से सारी दुकानें और दुकान में रखा सामान जलकर राख हो गया।
गांव गुदनवारा के रहने वाले रमेश साहू का कहना है कि वह इस जगह 14 सालों से दुकान लगा रहे हैं। वह मनिहारी का सामान बेचते हैं। रात को खाना खाने गए तभी जो लोग दुकान के पास मौजूद थे। उन्होंने उन्हें फोन करके दुकान में आग लगने की खबर दी। लोगों ने मिलकर आग बुझाने की कोशिश की और अग्निशामक को भी बुलाया गया। आग तो बुझ गयी लेकिन रोज़गार का साधन छिन गया। उनकी सरकार से यही मांग है कि उन्हें सहायता राशि प्रदान की जाए ताकि वह अपने परिवार की जीविका चला सके।
गांव बकपुरा के रहने वाले मर्दन सिंह सौलंकी का कहना है कि उन्हें आग लगने की वजह तो नहीं पता। उन्होंने लगभग दो महीने से महामारी की वजह से दुकान भी नहीं खोली थी। सारा सामान दुकान में रखा हुआ था। उनकी नारियल प्रसाद और जनरल स्टोर की दुकान थी। दुकान जलने के बाद उन्हें कम से कम दो लाख रुपयों का नुकसान हुआ। वह बताते हैं कि लगभग 21 लोगों की दुकाने आग में जल चुकी है।
गांव सुंदरपुर के रहने वाले बिसनलाल बंशकार ने बताया कि वह यहां पर मूर्तियां और किताबें और खेल-खिलौने की दुकान कई सालों से लगा रहे हैं। अब आग में उनका सब कुछ जल गया। हालांकि,अधिकारी तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी, एसडीएम द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया है कि जो भी नुकसान हुआ है उसका लाभ दिया जाएगा।
इस मामले में टीकमगढ़ के एसडीएम सौरभ मिश्रा का कहना है कि उन्हें रात 12 बजे सूचना प्राप्त हुई थी तो उन्होंने मौके पर ही फायर बिग्रेड भिजवाई थी। पटवारी ने पंचनामा बनाकर तैयार कर लिया है। लगभग 21 दुकानें जली हैं लेकिन आग लगने की वजह का पता नहीं चला है। जिसका जितना भी नुकसान हुआ है। उसे शासन के निर्देश के अनुसार सहायता राशि दी जायेगी।
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