नक्सल प्रभावित क्षेत्र दंतेवाड़ा में तीन लड़कियों ने 11वीं राष्ट्रीय थाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक अपने नाम कर इतिहास रच दिया है। इस प्रतियोगिता में 8 राज्यों के लगभग 150 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था।
दंतेवाड़ा जैसे नक्सल प्रभावित इलाके से जब तीन लड़कियों थाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत कर लौटती हैं तो यह सिर्फ एक खेल की जीत नहीं होती बल्कि हिम्मत, मेहनत और उम्मीद की भी बड़ी मिशाल बन जाती है। जहां एक ओर आए दिन मुठभेड़ों की खबरें आती हैं वहां से ऐसे कामयाबी की खबर उत्साह की बात बन जाती है।
नक्सल प्रभावित इलाके की लड़कियों को जीत
1 जुलाई 2025 के शाम तेलंगाना के खैराताबाद में 11वीं राष्ट्रीय थाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप आयोजित किया गया था। इसी थाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप में माओवाद प्रभावित क्षेत्र दंतेवाड़ा की लड़कियों ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है और एक बड़ी जीत हासिल की है। इसमें दंतेवाड़ा की लड़कियों नुपुर ठाकुर, छाया नाग व नेहल ठाकुर को इस जीत के बाद स्वर्ण पदक भी मिला। इस प्रतियोगिता में 8 राज्यों के लगभग 150 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। तीन दिन तक चले थाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ के 14 खिलाड़ियों ने मेडल जीते जिसमें दंतेवाड़ा से तीन खिलाड़ियों ने मेडल जीता। इससे पहले भी नुपुर ठाकुर ने गोवा में आयोजित थाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप में जीत कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया है।
परिवार का समर्थन
कई सूत्रों के अनुसार नुपुर ठाकुर और छाया नाग की कामयाबी में उनके परिवार का बहुत बड़ा हाथ है। नुपुर के पिता अर्जुन सिंह ठाकुर किराना की दुकान चलाते हैं और मां दयावती ठाकुर बिजली विभाग में काम करती हैं। वहीं छाया के पिता कुंवर सिंह ठाकुर शिक्षक हैं और मां अनिता ठाकुर गृहणी हैं। दोनों लड़कियों के परिवार ने शुरू से उनकी खेल में रुचि को समझा और हर कदम पर साथ दिया। परिवार के इस सहयोग और लड़कियों की मेहनत ने उन्हें इस ऊंचाई तक पहुंचाया।
दंतेवाड़ा के लिए गर्व की बात
दंतेवाड़ा जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्र में खेलों के प्रति जागरूकता और सुविधाओं की कमी के बावजूद इतनी बड़ी जीत पूरे छत्तीसगढ़ राज्य के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है।
नुपुर ठाकुर और छाया नाग ने गोल्ड मेडल जीतकर बड़ी कामयाबी हासिल की वहीं नेहल ठाकुर ने सिल्वर मेडल जीतकर जिले का मान बढ़ाया। इन तीनों लड़कियों की जीत ने दंतेवाड़ा का नाम रोशन किया है। मिली जानकारी के अनुसार इस सफलता में उनके कोच अनीस मेमन और टिकेश्वरी साहू का मार्गदर्शन बहुत मददगार रहा।
उनकी देखरेख में खिलाड़ियों ने अपनी खेल तकनीक और तैयारी में सुधार किया जिससे उन्हें प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिली। नुपुर, छाया और नेहल की इस सफलता से दंतेवाड़ा के लोग बहुत खुश हैं। इनकी मेहनत और लगन देखकर जिले के दूसरे युवा भी खेलों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित होंगे। पूरे जिले ने इन तीनों लड़कियों को दिल से बधाई दी है।
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