सरकार ने घोषणा किया है की प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्रामीणों में रहने वालो गरीबों को आवास दिया जाएगा लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोगों को आशियाना बनवाने का ख्वाब पूरा नही हो पा रहा है यह मामला उत्तर प्रदेश के बांदा जिला के जसपुरा ब्लॉक अन्तर्गत आने वाले डाडा मऊ का मजरा चौकी पुरवा का है, जहां देखा गया की किसी के आवास नहीं बने हैं| इस समय बरसात का मौसम चल रहा है और यहाँ सभी लोग अपने रहने के लिए काली पन्नी डाल कर रहने को मजबूर हैं और उसी पन्नी के झोपडे में अपना गुजारा कर रहे है| लोगों की स्थिति बहुत बुरी हालत में है जो रात दिन एक कर के अपना गुजारा कर रहे है |
आवास के बारे में ग्रामीणों ने बताया है की प्रधान बने 5 साल पुरे होने जा रहे है, लेकिन प्रधान बना है नाम के लिए हमारे गाँव में किसी के अभी तक आवास नहीं बने है हम सभी गरीब लोग है और अगर किसी व्यक्ति को आवास दिया गया है, तो उन लोगों से ₹10,000 की मांग की गई है लोगों ने ₹10,000 दिया है उन्हीं लोगों को प्रधानमंत्री आवास दिए गए हैं| लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास 2011 की सूची में आधार पर दिये जा रहे है, जिसमें उनका नाम है, लेकिन उन लोगों को आवास अभी तक नहीं मिला है| कारण यही है की प्रधान द्वारा हम गरीबों से 10,000 रुपये की मांग की जा रही है हम लोग कहां से दे पायेंगे एक टाईम का खाना मिल जाता है हम लोगो को किसी तरह वो ही बहुत है, तो पैसे कहां से दे हम लोग सरकारी लाभ पाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं|
इस मामले में गाँव की प्रधान सीता पाल का कहना है
प्रधानमंत्री आवास जो गरीब लोगों को दिए गए हैं उनसे कोई मांग नहीं की गई है जो लोग ₹10000 देने की बात कर रहे है वह झूठे आरोप लगा रहे हैं| अगर मैंने किसी से पैसा लिया है, तो मुझे उसका रिकॉर्ड बताइए किस से लिया है अगर नहीं लिया है, तो झूठा आरोप क्यों लगाया जा रहा है|
नरोतम का कहना है की हमारा कच्चा मकान है बरसात में पानी भर जाता है पन्नी डाल कर रहते है सामने दिख रहा है किस तरह की दिक्कत होती है दस साल से आवास के लिए मांग कर रहे है पैसे नहीं देते हैं इस लिए आवास नहीं दिया प्रधान ने
सूरज कुमार का कहना है की बरसात आते ही तमाम घर गिर जाते है हम गरीब हैं दो तीन बार प्रधान से मांग की है प्रधान ने वोट मांगते समय वादा किया था,लेकिन उसके वादे को पूरा नहीं किया|