आज दिनांक 9/07/20की खबर आपके सामने जो मामला आया है ग्राम पंचायत बहादुरगंज से है तो मामला यह है कि देखा जा रहा है कि ग्राम पंचायतों में कई लोग प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित हैं जबकि इनके घर मिट्टी के बने हुए हैं और यह पात्र हैं इसके बावजूद भी इन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा जबकि उपयुक्त जानकारी के अनुसार गांव में भ्रमण करने के बाद बताया गया कि इन भोले भाले ग्राम वासियों ने कई बार आवेदन दिए हैं जो दस्तावेज मंगाए गए हैं |
सचिव से यह सरपंच जी द्वारा सभी दस्तावेज भी लाकर दिए गए हैं और कई बार बोला गया है लेकिन इसके बावजूद भी किसी भी प्रकार का आवाज नहीं दिया गया है और वही देखा जा रहा है कि कुछ लोगों को इंदिरा आवास के तहत आवास दिए गए जिसमें से ₹45000 आवाज के लिए दिए गए थे ₹45000 में इन लोगों के आवास कंप्लीट नहीं हुए हैं जिससे इन लोगों के आवास अधूरे पड़े हुए थे रहने के लिए जगह नहीं थी |
जिससे इन लोगों ने मजबूरी में ₹5 प्रति सैकड़ा की ब्याज पर कर्ज उठाया जिस का कर्ज भरने के लिए यह लोग दिल्ली गुजरात इंदौर मुंबई जैसे शहरों में काम करने के लिए चले जाते हैं और जो लोग यहां पर रहते हैं निवास कर रहे हैं उन लोगों को भी आवास नहीं मिल पा रहे गांव वालों का कहना है कि एक तरफ तो योजनाएं चलाई जा रही हैं कि गरीबों को लाभ दिया जाए लेकिन देखा जा रहा है कि हम लोगों तक जाए लाभ पहुंच ही नहीं पाता है |
अब समस्या यह है कि एक तो प्रधानमंत्री आवास नहीं दिया जा रहा वहीं दूसरी ओर अगर जंगल में लकड़ी काटने के लिए जाते हैं तो वहां पर वन विभाग वाले गाली गलौज करते हैं और लकड़ी नहीं लाने देते अब हम गरीब किसकी मदद ले वहां एक और जंगल से लकड़ी काटने नहीं देते तो घर कैसे बनाएं और दूसरी और आवास नहीं पास हो रहा बरसात के दिनों में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है रात रात भर जाग कर यह गरीब गुजारा करते हैं