जिला छतरपुर ब्लॉक छतरपुर के ग्राम पनौता गांव में कई महिलाओं के राशन कार्ड नहीं बनाए गए हैं। गांव की आबादी लगभग 2000 की है। गांव के 40 परिवार ऐसे हैं जिनके राशन कार्ड नहीं बने हैं। जिससे उन्हें राशन मिलने में काफ़ी समस्याएं हो रही हैं। महिलाओं का कहना है कि जब भी वह गांव के सरपंच से राशन कार्ड की मांग करती हैं तो सरपंच द्वारा यह कहा जाता है कि अब राशन कार्ड नहीं बनते।
महिलाओं का कहना है कि वह सरपंच से राशन कार्ड के लिए कहते-कहते थक चुकी है। लेकिन सरपंच की तरफ़ से कुछ किया ही नहीं जाता। अधिकतर परिवार मज़दूरी करके अपने परिवार का भरन-पोषण करते हैं। बाज़ार से अनाज लाने पर वह पूरा महीना भी नहीं चल पाता और खत्म हो जाता है। वह बार-बार अधिक मूल्य पर ज़्यादा अनाज खरीद कर नहीं ला सकते क्योंकि उनकी आय ही इतनी नहीं है।
उनका कहना है कि जब वह स्कूल में अपने बच्चों का नाम लिखवाने जाते हैं तो राशन कार्ड की मांग की जाती है। जिससे बच्चों को स्कूल फीस के अलावा अन्य लाभ मिलते हैं। लेकिन राशन कार्ड ना होने पर वह सारे लाभों से अछूते रह जाते हैं। गांव के ललतू प्रजापति / सरपंच का कहना है कि वह राशन कार्ड बनवाने के लिए अपनी तरफ से हर कोशिश कर रहे हैं।
वहीं लोगों से सरपंच द्वारा यह कहा गया था कि अब राशन कार्ड बनते ही नहीं है। वहीं सीईओ का कहना है कि 16 दिसंबर को राशन कार्ड के लिए लोगों की पात्रता के अनुसार पर्ची बांटी गयी थी। जो लोग पात्र हैं उनके राशन कार्ड बन जाएंगे और जो लोग रह गए हैं उनके लिए फिर से पर्चियां निकाली जाएंगी।