चित्रकूट जिले के ब्लॉक कर्वी का ग्रामपंचायत पुरवा तरौंहा यहां यादव बस्ती लगभग 15 हैं सभी के मकान कच्चे हैं चारो तरफ जंगल है लोगों ने बताया बारिश मे हमे न बैठने की जगह होती है न खाना पकाने की घरके बरतन जगह जगह रखने पडते हैं क्योंकि खबरैल होते हैं जो बंदर तोड देते हैं हम प्रधान के कहते हैं तो वो हमारी बात नहीं सुनता कहता है तुमलोगों ने हमे वोट नहीं दिया तो मै कलोनी क्यों दिलाऊ हम कह के थक गये लेकिन हमारी समस्या कम नहीं हुई छोटे छोटे बच्चों को रातभर लेकर बैठे रहते हैं|
अगर बारिश होती तो वैसे भी जंगली इलाका हैं आए दिन बडे बडे सांप निकलते हैं हर टाइम जान का खतरा रहता है डरते रहते हैं बच्चों को घर छोडकर जाने मे गांव के लोग हैं खेत भी जाना पडता है खुद के खेत नहीं हैं फिर भी हमे जानवरों के लिए चारा थोडी खेती दुसरो की बटाई पर ले लेते हैं उसका काम करने खेत जंगल जाना पडता है एक एक कमरे मे पूरा परिवार रहता है|
अगर अवास मिल जाता तो कम से कम कुछ तै राहत मिलती पक्के फर्श मे जल्दी सांप चल नहीं पाता और अगर आ भी जाएगा तो नजर जल्दी पडेगी अभी तै कभी खपरैल मे तो कभी कोने कतरे मे घुस जाता है और हम जल्दी पकड भी नहीं पाते बच्चों को लेकर भाग जाते हैं किसी तरह जान बच जा रही बहुत डर रहता है जान हथेली मे लेकर रहते हैं क्या करे कहा जाए पूरवा तरौहा प्रधान पति बब्बू त्रिपाठी का 2018 में 177 लोगों के नाम सूचि बनी थी लेकिन कलोनी नहीं आई सबका सूचि में नाम है आने पर वितरित की जाएगी |