भाजपा की सिन्दूर को लेकर राजनीति जो असली में आतंकवाद के खिलाफ लगती हैं, असली में वो पार्टी का दबदबा बनाए रखने का इस्तेमाल है। सिन्दूर का एक भावनात्मक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। महिलाओं को उनकी पत्नी वाली पहचान को बार-बार याद दिलाया जा रहा है। ये बोला जा रहा है के मैं तुम्हारे सुहाग की सुरक्षा करूँगा। और ये हमारी रक्षा करने वाली राजनीति से मेरी जैसे नारीवादी लोगों को समझ नहीं आती। ये रक्षा करने की भावना पहलगाम हादसे में शामिल महिलाओं के दुःख के साथ नहीं बेची जानी चाहिए क्योंकि ये आपको संवेदनशील दिखती है।
ये भी देखें –
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’