पन्ना जिले के ब्लॉक अजय गढ़ तहसील पर देखा गया कि काफी ग्राम पंचायतों में उज्जवल योजना का लाभ ग्राम वासियों को नहीं मिल पाया है जिनको काफी आवश्यकता थी और जो कनेक्शन करवाने में सक्षम थे और देखा जा रहा है कि सरकार दावे करती है कि हर योजना का लाभ उन तक पहुंच पाए जिनके लिए योजनाएं बनाई जा रहे हैं |
लेकिन देखा जा रहा है कि ग्राम पंचायतों में बड़े ही लापरवाही चल रही है कि जिन लोगों को लाभ मिलना चाहिए उन लोगों तक लाभ नहीं पहुंच पा रहा जिससे ग्रामीण लोग हर योजना के लिए तरसते ही रह जाते हैं उसी प्रकार उज्जवल योजना में भी ऐसा ही कुछ हुआ है उज्जवल योजना के आवेदन जब हो रहे थे तब सभी लोगों ने आवेदन करवाए थे|
लेकिन कुछ ग्राम पंचायतों में देखा गया कि ग्रामीण वासियों को आवेदन करने के बावजूद भी लिस्ट में नाम आने के बावजूद भी उनको सिलेंडर अभी तक नहीं दिए गए जबकि 10 महीने पुरानी पावती रखी हुई है और कई बार एजेंसी के चक्कर लगाए इसके बाद भी उन्हें अभी तक सिलेंडर नहीं दिए गए और जब ग्राम वासियों के पास सिलेंडर नहीं होंगे या खाना बनाने के लिए और कोई सुविधा नहीं दी जाएगी तो मजबूरन उन्हें वन में लकड़ी काटने के लिए जंगल भ्रमण करना ही होगा लेकिन जंगल में भी क्या होता है |
देखिए वन विभाग वाले आम लकड़हारे को लकड़ी काटने से मना करते हैं और उसमें उनके साथ अभद्रता पूर्ण व्यवहार करते हैं गाली गलौज करते हैं वहीं दूसरी ओर अभी हाल ही में पन्ना के पास पेड़ों की कटाई की गई जिसने वन विभाग की काफी बड़ी लापरवाही बताई जा रही है वहीं दो वक्त का खाना बनाने वालों के लिए लकड़ी नहीं लाने देते और जब गांव वालों को शब्दा नहीं दी जाएगी तो उनको अपने जीवन यापन के लिए आवश्यकता अनुसार वस्तुओं का प्रयोग किया जाता है उनकी पूर्ति उन्हें करने ही होती है चाहे फिर वह किसी भी प्रकार से हूं अपने बच्चों का पेट पालने के लिए उन्हें सब कुछ करना होता है |