लॉकडाउन के चलते देश की अर्थव्यवस्था बहुत ही ज्यादा चरमरा गई है। इस अर्थव्यवस्था का असर सबसे ज्यादा रेलवे और परिवहन विभाग में भी पड़ा है। इस व्यवस्था पर छोटे शहरों किस तरह असर पड़ा है इस पर हमारी तरफ से कबरेज एक खास रिपोर्ट पेश है बांदा, महोबा और चित्रकूट के रेलवे विभाग में कितना फर्क पडा है आइये जानते हैं परिवहन विभाग बांदा के एआरएम परमानंद का कहना है कि हर रोज औसतन 14 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है। 127 साधारण और 4 एसी (जनरथ) बसें हैं। लोकडाउन का समय 25 मार्च से 14 अप्रैल और अब उसको बढ़ा कर 3 मई तक कर दिया है। इतने का ही अगर देखा जाय तो लगभग करोड़ो का नुकसान हो जाएगा पर जान से बढ़कर कुछ नहीं। इसी तरह से महोबा डिपो के एआरएम का कहना है कि कुल 119 बसें चलती हैं इस डिपो से और हर रोज करीब 12 से 13 लाख रुपये की कमाई होती थी। तो इस समय चल रहे लोकडाउन से लगभग 5 करोड़ रुपये का नुकसान है। ये समय ऐसा है जब शादी ब्याह का टाइम है तो और ज्यादा भीड़ होती थी तो ये राशि और बढ़ सकती थी लेकिन क्या करें लोगों का जीवन भी जरूरी है।