पन्ना जिले के ब्लॉक अजय गढ़ तहसील वार्ड नंबर 10 यहाँ करीबन 20 सालों से यहां पर अनुसूचित जाति के लोग निवास कर रहे हैं और कुछ एक दो अन्य जातियों के भी निवास कर रहे हैं तो इनकी मकान गिराए जाने के आदेश अचानक से आए हुए हैं लगभग एक महीने पहले जिससे आम जनता जो कि यहां निवास करती है काफी परेशान है यहां लगभग 800 की आबादी है इन लोगों का कहना है कि खून पसीना एक करके उन्होंने अपना छोटी सी झोपड़ी बनाई उसी को गिराने में लगी हुई है सरकार घर से बेघर कर रहे
यह लोग यहां से जाना नहीं चाहते यह लोग का कहना है कि अगर हमारे यहां सुनाई नहीं होगी तो हम लोग जिला जाएंगे भोपाल जाएंगे दिल्ली जाएंगे भूख हड़ताल करेंगे लेकिन अपनी जमीन नहीं जाने देंगे जबकि यहां आवास योजना के तहत दो कलौनी भी बनाई गई हैं तो अगर यह घर गिरने थे तो कॉलोनी कैसे पास कर दी गई और अगर गिराने से घर तो पहले क्यों नहीं बताया इस तरह के आरोप शासन पर लगाए जा रहे और और भारी बरसात में यह सब लोग इकट्ठा हुए 4 अगस्त को जोरों से पानी बरस रहा था तभी यह लोग कलेक्टर सर से अपने मकानों की सुरक्षा की गुहार लगाते आए |
वहीं इस पूरे मामले में माननीय कलेक्टर महोदय संजय मिश्रा इनका कहना है कि आप लोग अपने अपने घर में रहे आपको यहां से नहीं निकाला जाएगा |
लेकिन किसी प्रकार का कोई लिखित सबूत नहीं दिया जबकि यह पूरा मामला आईटीआई कॉलेज की वजह से सामने आया है कि शासन के द्वारा निर्देश किए गए हैं कि जहां पर यह लोग निवास कर रहे हैं वहां पर आईटीआई बनाई जाए लेकिन वही गांव वालों का कहना है की जो पीछे खाली जगह पड़ी है वहां पर आईटीआई बना दी जाए |