जिला बांदा। केंद्र सरकार द्वारा 24 फरवरी 2019 में किसान सम्मान निधि योजना किसानों की आर्थिक आय सुधारने के उद्देश्य से शुरू की गई थी, लेकिन आज भी इस योजना से हजारों किसान वंचित है, किसानों का आरोप है कि उन्होंने कई कई बार फॉर्म ऑनलाइन करवाएं पैसा भी खर्च किया लेकिन लाभ पाने के लिए आज भी भटक रहे हैं। जिससे उनको काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है।
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मोतियारी गांव के किसान भूपेंद्र मिश्रा बताते हैं कि उनके गांव में सैकड़ों किसान हैं जो पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नहीं पा रहे हैं। वह बताते हैं कि सरकार पहले सीधे अकाउंट से जोड़ कर किसानों को इस योजना का लाभ देती थी, तो सब लोगों के खातों में पैसा आता था लेकिन अब इस योजना को आधार से जोड़ दिया गया है। आधार में किसी का एक अक्षर भी गलत है, तो उसको लाभ नहीं मिल पा रहा कई बार उन्होंने शिकायत की और इसकी मांग की कि अकाउंट से जोड़ कर ही दिया जाए या फिर तहसील में या कहीं पर कैंप लगाकर उनको समझाया जाए और आधार सुधराये जाएं लेकिन उसके लिए कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
वह लोग तहसील के और कृषि विभाग के चक्कर लगा लगा कर थक चुके हैं। उनका कहना है कि सरकार साल भर में ₹6000 किसानों को किसान सम्मान निधि के तहत उनकी आर्थिक आया सुधारे के रुप में देती है। पर उनकी आय कैसे सुधरेगी जब उसका लाभ ही नहीं पा रहा है,और उनके घरों से विभाग के चक्कर लगाने में पैसा खर्च हो रहा है। इसलिए उनको इस योजना से कोई लाभ नहीं है।
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