पटरियों पर दौड़ रही तेजस एक्सप्रेस
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अहमदाबाद मुंबई के बीच 17 जनवरी 2020 को तेजस एक्सप्रेस ट्रेन को अहमदाबाद से हरी झंडी दिखाकर रवाना हो गयी है। यह ट्रेन आम आदमी के लिए 19 जनवरी से उलपब्ध है। तेजस ट्रेन सुबह 6.40 बजे अहमदाबाद से चलेगी और दोपहर 1 बजकर 10 मिनट पर मुंबई सेंट्रल पहुंचेगी। वापसी में यह ट्रेन दोपहर 3 बजकर 40 मिनट पर चलेगी और रात 9 बजकर 55 मिनट पर अहमदाबाद पहुंचेगी। इस ट्रेन की स्पीड 160 किमी प्रति घंटा होगी।
To enjoy the blend of high speed & modern facilities, Railways has introduced second Tejas train between Mumbai and Ahmedabad. With comfortable and safe journey, passengers to get Rs. 25 lakh insurance free.#GoTejasGo pic.twitter.com/NST1fIMKCp
— Pralhad Joshi (Modi Ka Parivar) (@JoshiPralhad) January 17, 2020
आईआरसीटीसी चला रहा है तेजस एक्सप्रेस
रेलवे पहले ही दो रूट पर आईआरसीटीसी को निजी तेजस एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की मंजूरी दे चुका है। इसमें से एक ट्रेन दिल्ली-लखनऊ रूट पर चल रही है और दूसरी मुंबई-अहमदाबाद रूट पर 19 जनवरी से चलेगी। रेलवे ने आईआरसीटीसी के जरिए निजी ट्रेनों का परीक्षण किया था।पन्ना: रेलवे में गई जमीन, लोगों को नहीं मिला मुआवजा
इसलिए मिली निजी ट्रेनों को मंजूरी
रेलवे की उच्च स्तरीय समिति ने निजी ट्रेनों को चलाने की इसलिए मंजूरी दी है, क्योंकि यात्रियों की संख्या काफी ज्यादा है। अभी भी 15 प्रतिशत यात्रियों का टिकट वेटिंग में रह जाता है। रेलवे काफी समय से वेटिंग लिस्ट को खत्म करने का प्रयास कर रहा है। इसके अलावा निजी ट्रेनों यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। वहीं आरक्षित श्रेणी में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
The inaugural run of 2nd premium Tejas Express between Ahmedabad & Mumbai which flagged off today on 17/1/2020 will reach Mumbai Central at 16.45 hrs and in return, train no 09425 Tejas Exp will depart today i.e. 17/01 from Mumbai Central at 17.15 hrs to Ahmedabad. #GoTejasGo pic.twitter.com/ufvsHVji1b
— Western Railway (@WesternRly) January 17, 2020
देश की आर्थिक मंदी का रेलवे पर भी असर पड़ा है। यात्रियों को नए साल की शुरुआत से ही रेल में सफर करना महंगा हो गया है। इन्डियन रेलवे ने यात्री किराए में 1 से 4 पैसे किलोमीटर तक की वृद्धि की है। रेल के स्लीपर क्लास में यात्रा करने पर 2 पैसे प्रति किलोमीटर तक की वृद्धि की गयी है जबकि AC क्लास में 4 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी हुई है।
बढ़ते रेल के घाटे से जूझ रही इन्डियन रेलवे ने यात्रियों की मुसीबतें और बढ़ा दी हैं। अगर ट्रेनों में अच्छी सुविधा यात्रियों को मिल रही होती तो शायद ट्रेन यात्रियों को किराया बढ़ने का कष्ट उतना नहीं होता जितना की बिना सुविधा दिए ही किराया बढाने में हैं। ट्रेनों में सफ़र करने पर अक्सर देखने को मिलता है कि कहीं पानी नहीं आ रहा तो कहीं खिड़कियाँ टूटी हैं, न सही खाने की व्यवस्था और न ही पीने की । ट्रेन में अक्सर महिलाएं और लड़कियां अकेले सफर करती हैं कई तरह की समस्याएं सुनने को भी मिलती हैं लेकिन महिलाओं की सुरक्षा की बात करें तो ट्रेन में महिला पुलिस देखने को ही नहीं मिलती। अगर किसी तरह की कोई समस्या है तो किससे कहें। सरकार को चाहिए कि इन सब समस्याओं पर ध्यान दे सिर्फ किराया बढ़ाने से ही देश की आर्थिक व्यवस्था नहीं सुधरेगी।