देश में लगातार बढ़ते कोरोना मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि फिलहाल संपूर्ण लॉकडाउन की ज़रुरत नहीं है। इस समय नाइट कर्फ्यू काफ़ी है। उन्होंने कहा कि हमें नाइट कर्फ़्यू की जगह कोरोना कर्फ्यू शब्द का इस्तेमाल करना चाहिए। लोगों में इससे सही सन्देश जाएगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, वीरवार 8 अप्रैल को 1 लाख 26 हज़ार से ज़्यादा कोरोना के मामले सामने आये थे। साथ ही पिछले 24 घंटों में 685 मौतें दर्ज़ की गयी थी। जिसके चलते कई राज्यों में पूरा लॉकडाउन और कई जगहों पर नाइट कर्फ़्यू लगाया जा चुका है। वहीं उत्तर प्रदेश में 8400 से ज़्यादा मामले सामने आये हैं। जिसे देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीरवार 8 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के ज़रिये सभी प्रदेशों और केंद्र शासित राज्यों के मुख्यमंत्री से बातचीत की।
टीका उत्सव को मनाने की गयी अपील
वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग में प्रधानमंत्री द्वारा टेस्टिंग और ट्रेसिंग पर ज़ोर दिया गया। यह भी कहा गया कि ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को वैक्सीन लगानी चाहिए। साथ ही पीएम मोदी द्वारा मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में टीका उत्सव मनाने की अपील भी की गयी। उन्होंने कहा, ”11 अप्रैल को ज्योतिबा फुले जी की जन्म जयंति है और 14 अप्रैल को बाबा साहेब की जन्म जयंति है, उस बीच हम सभी ‘टीका उत्सव’ मनाएं। “
पीएम मोदी ने कहा, ”हमारा प्रयास यही होना चाहिए कि इस टीका उत्सव में हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट (वैक्सीन लगाना) करें। मैं देश के युवाओं से भी आग्रह करूंगा कि आप अपने आस–पास के जो भी व्यक्ति 45 साल के ऊपर के हैं, उन्हें वैक्सीन लगवाने में हर संभव मदद करें।” साथ ही वैक्सीन लगाने के बाद सख्ती भी बरतनी होगी।
कन्टोन्मेंट ज़ोन पर गौर करना ज़रूरी
पिछले कई दिनों से राज्यों में वैक्सीन की कमी होने को लेकर खबरे सामने आ रही थी। जिसे लेकर पीएम मोदी ने कहा कि,”आपको पता है कितनी वैक्सीन बन पाती है। किसी एक राज्य में सारा वैक्सीन रख कर कोरोना को खत्म नहीं किया जा सकता है। हमें सभी राज्यों में कोरोना वैक्सीन को बांटना है।“
पीएम द्वारा माइक्रो कन्टेनमेंट जोन ( नियंत्रण क्षेत्र) पर ध्यान देने को ज़ोर दिया गया। वह कहते हैं कि इस बार हमारे पास कोरोना से लड़ने के लिए काफी उपाय मौजूद है। अब तो वैक्सीन भी है। वहीं पीएम मोदी ने नराज़गी जताते हुए कहा कि पहले के मुकाबले लोग काफ़ी लापरवाही बरत रहे हैं।
कंटेनमेंट जोन में सभी का कोरोना टेस्ट किया जाना चाहिए। इसका फायदा मिलेगा। अगर कोई वयक्ति कोरोना से संक्रमित होता है तो उसके संपर्क में आने वाले कम से कम 30 लोगों का टेस्ट किया जाना चाहिए। माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर भी गौर करने की जरूरत है।
70 प्रतिशत तक आरटी-पीसीआर टेस्ट ज़रूरी
पीएम ने कहा कि,”हमारा लक्ष्य 70 प्रतिशत तक आरटी–पीसीआर टेस्ट कराना है। कोरोना से बाहर निकलने का रास्ता ज़्यादा टेस्टिंग कराना है।” उन्होंने कहा कि,”सकारात्मक रेट बढ़ने से घबराएं नहीं, टेस्ट ज़रूर कराएं। जब टेस्ट होगा तभी उसका निवारण होगा।“
देश में अब तक 1,29,28,574 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं और 1,66,862 मरीजों की मौत हुई है।
योगी आदित्यनाथ ने दिए टीका उत्सव मनाने के निर्देश
पीएम मोदी की अपील के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रधानमंत्री की अपील को स्वीकारते हुए टीका उत्सव मनाने की बात कही गयी। सीएम ने अधिकारीयों को उत्सव की तैयारियों को करने के निर्देश दे दिए हैं। वह कहते हैं कि प्रदेश में अभी तक 80 लाख से अधिक लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
इन सबके बीच योगी आदित्यनाथ द्वारा यह नहीं बताया गया कि राज्य में 8400 नए मामले सामने आ चुके हैं। देश में धीरे–धीरे हर राज्य में कोरोना का संक्रमण गहराता जा रहा है। इस बीच सरकार ने कई जगहों पर लॉकडाउन भी लागू कर दिया है। ऐसे में हर एक व्यक्ति को ज़िम्मेदारी के साथ कोरोना नियमों को पालन करने की बेहद ज़्यादा ज़रुरत है।