भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने केंद्र सरकार को देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए अजीबोगरीब सलाह दी है। स्वामी ने सरकार से नोटों पर धन की देवी लक्ष्मी जी का फोटो छापने को कहा है। स्वामी का कहना है कि इससे देश की अर्थव्यवस्था सुधर जाएगी।
मध्यप्रदेश के खंडवा में आयोजित एक कार्यक्रम में सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि “मैं तो कहता हूँ भारतीय नोट पर लक्ष्मी का चित्र होना चाहिए गणपति बिघ्नहर्ता हैं लेकिन, देश की करेंसी को सुधारने के लिए लक्ष्मी का चित्र हो सकता है और किसी को इसमें बुरा नहीं लगना चाहिए”
Goddess Lakshmi on notes may improve condition of rupee: Subramanian Swamy https://t.co/s4QANQOf8v
— Subramanian Swamy (@Swamy39) January 15, 2020
विवादित बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में रहते हैं सुब्रमण्यम स्वामी
इससे पहले उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि ब्राह्मणों और दलितों की तरह मुसलमानों और हिंदुओं का डीएनए भी एक है।
हिन्दुस्तान की तेजी से बढ़ती जनसंख्या पर चिंता जताते हुए बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि अगर इसी तरह जनसख्या बढ़ती रही तो साल 2025 तक भारत सबसे ज्यादा जनसख्या वाला दुनियां का देश बन जाएगा। और चीन को पीछे छोड़ देगा।
सुब्रमण्यम स्वामी के इस बयान पर विपक्षी पार्टियां जमकर निशाना साध रहीं हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट कर कहा है की हमने सोचा था कि वह देश के इकोनॉमिक अर्थव्यवस्था को सुधारने को लेकर कोई आइडिया देंगे, लेकिन वो नोट बदलने की बात करते हैं। अगर माता लक्ष्मी अर्थव्यवस्था को ठीक कर देंगी तो फिर वित्त मंत्री क्या काम करेंगी?किसानो को बाँदा में भेजा जा रहा क़र्ज़ वसूली का नोटिस
You thought the premiere economist of the RW economy groups would have a better solution than changing the face of bank notes. Goddess Lakshmi would save the economy without being patronised in this manner but then what is the FM's job?#SubramanianSwamy
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) January 16, 2020
जिस युवा शक्ति के दम पर हम विश्व भर में इतराते फिरते हैं देश की वही युवा पीढ़ी नौकरी के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है। लेकिन कड़वी सच्चाई यह है कि प्रतिदिन बढ़ती बेरोजगारी के कारण सबसे अधिक आत्महत्याओं का कलंक भी हमारे देश के माथे पर लगा हुआ है। हमारे देश के नेता इस तरह के विवादित बयान देकर देश को और आग में झोकने का काम कर रहे हैं। आखिर ये सरकार बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से राहत दिलाने के लिए क्यों कोई ठोस कदम नहीं उठाती?