एक तरफ सरकार कोरोना से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रही है और लोगों को जागरूक कर रही है वहीं दूसरी तरफ विश्व विधालय की परीक्षा के लिए घोषणा कर दिया गया है,जिससे इस कोरोना काल में होने जा रहे बीएड एग्जाम को लेकर इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी के छात्रों ने हाथ में तख्तिया और बाह में काली पट्टी बाँध कर इस परीक्षा का जम कर विरोध किया| एक ओर सभी छात्र सड़क पर उतर आये वही दूसरी ओर विपक्षी दल भी साथ खड़े नजर आये| यह परीक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा कराई जाने वाली है,जिसका शिक्षक भी विरोध कर रहे है |
यह विरोध करते समय सभी छात्रों ने कहा की बीएड प्रवेश परीक्षा का 4 लाख आवेदन हुआ है,ऐसी स्थिति में छात्रों को कोरोना महामारी का खतरा बढ़ सकता है|
कोरोना महामारी के चलते अभी भी देश के सारे स्कूल और कॉलेजों में ताला लगा है,जिससे बच्चे इस बीमारी से सुरक्षित रहे सकें, लेकिन वहीं दूसरी तरफ ये भी देखा जा रहा है की अलग-अलग राज्य में परीक्षा होने की सरकार बात कर रही है,जिस को लेकर सभी छात्रों ने गुस्सा जताया है |
छात्रों का कहना है
की बीएड की परीक्षा को रद किया जाए ताकि हम लोगों को सेंटर पर ना जाना पड़े यदि हम लोग जाएगे परीक्षा देने तो सभी छात्रों को इस बीमारी से डर बना रहेगा| क्योंकि परीक्षा के समय कोई नियम लागु नहीं किया गया सोशल डिस्टेंस का यदि ऐसा ही हाल होगा तो हम सभी लोग मिल कर इस परीक्षा का विरोध करेंगे और पेपर नहीं देंगे |
इस लिए हम सभी यही चाहते है कि पेपर सरकार रद करे नहीं आगे चल कर हम सभी छात्र सड़क पर उत्तर आएंगे |