tatue Of Unity: The World’s Tallest But Here’s What It Could Have Paid For
आपको जानकर हैरानी होगी कि स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की लागत में दो आईआईटी विश्वविद्यालयों का निर्माण हो सकता हैं, यानि एक विश्वविद्यालय बनाने की लागत 1167 करोड़ रुपये होगी। वहीं 1103 करोड़ की लागत से बनने वाले एक एम्स का निर्माण दो स्थानों पर किया जा सकता है। ये बात सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेच्यू, स्टेच्यू यूनिटी नाम की रिपोर्ट में सामने आई।
गुजरात में बने सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा के लिए ये भी कहा जा रहा है कि इन पैसों से कई विकास के काम किए जा सकते थे। सरदार पटेल की प्रतिमा को बनाने में 2989 करोड़ रुपये लागत आई हैं। इस लागत में दो आईआईटी, पांच आईआईएम विश्वविद्यालयों का निर्माण हो सकता था। साथ ही इस लागत से 6 बार मंगल ग्रह में इसरो अपना मिशन चला सकता था।
इतना ही नहीं 539 करोड़ रुपये में पांच नए आईआईएम विश्वविद्यालयों का निर्माण किया जा सकता हैं। 528 करोड़ रुपये में पांच 75 मेगावाट बिजली बनाने वाले पांच नए सोलर पावर प्लांट का निर्माण हो सकता है। रिपोर्ट के अनुसार इस प्रतिमा में आई लागत 2017-18 में गुजरात की कृषि विकास योजना के लिए आवंटित 365 करोड़ रुपये से आठ गुना अधिक है। साथ ही गुजरात सरकार ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में 1114 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को रखा था। हालांकि इस प्रतिमा की लागत इस योजना से दोगुनी से भी ज्यादा है। गुजरात सरकार के प्रस्ताव से 40192 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई, 162 लघु सिंचाई योजनाओं की मरम्मत और 425 छोटे बांधों को निर्माण करना हैं। लेकिन इन योजनाओं को किनारे करके इस प्रतिमा का निर्माण हुआ हैं। आपको बता दें कि सरदार पटेल की 143 वीं जयंती के अवसर पर इस प्रतिमा का अनावरण हुआ।
साभार: इंडियास्पेंड
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