खबर लहरिया Hindi हरिद्वार और बाराबंकी में भगदड़, कई घायल – मौतें भी हुईं

हरिद्वार और बाराबंकी में भगदड़, कई घायल – मौतें भी हुईं

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में हैदरगढ़ क्षेत्र के अवसानेश्वर मंदिर में भगदड़ से 2 लोगों की मौत और 32 लोग घायल हो गए हैं। यह घटना आज सोमवार 28 जुलाई 2025 की तड़के सुबह की बताई जा रही है। इससे एक दिन पहले रविवार 27 जुलाई 2025 को हरिद्वार के प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में भगदड़ से 8 लोगों की मौत हो गई जबकि करीब 30 लोग घायल हो गए।

जहां भीड़ होती है, वहां भगदड़ की आशंका हमेशा बनी रहती है—चाहे इसकी वजह कोई अफवाह हो या कोई अन्य कारण। ऐसी स्थिति में खासकर मंदिरों जैसी धार्मिक जगहों पर लोगों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठना लाज़िमी है। क्या श्रद्धालुओं की जान की कोई कीमत नहीं है? बार-बार हो रही भगदड़ की घटनाएं यह संकेत देती हैं कि व्यवस्थाओं में गंभीर कमी है। हर बार कई लोगों की जान चली जाती है और कई घायल हो जाते हैं, लेकिन इसके बाद भी ठोस कदम नहीं उठाए जाते।

यह वक्त है कि प्रशासन और मंदिर प्रबंधन को मिलकर यह सोचना होगा कि भीड़ नियंत्रण और आपात स्थिति से निपटने के लिए क्या पर्याप्त इंतजाम हैं। जब तक सुरक्षा को प्राथमिकता नहीं दी जाएगी, ऐसे हादसे रुकना मुश्किल हैं।

बाराबंकी में भगदड़: क्या थी वजह?

सावन का महीना चल रहा है। ऐसे में सोमवार को भारी मात्रा में भक्त मंदिर में जल चढ़ाने आते हैं। ऐसा ही आज सोमवार 28 जुलाई को हुआ जब लोग अवसानेश्वर मंदिर में जल चढ़ाने पहुंचे थे। घटना करीब सुबह 2 बजे की बताई जा रही है। लाइव मिंट की रिपोर्ट के अनुसार ज़िला मजिस्ट्रेट शशांक त्रिपाठी ने बताया कि “श्रद्धालु पूजा-अर्चना कर रहे थे, तभी एक बंदर बिजली के तार पर कूद गया, जिससे वह एक शेड पर गिर गया। इससे शेड में करंट फ़ैल गया।”

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 10 घायलों को त्रिवेदीगंज सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) ले जाया गया, जिनमें से 5 की हालत गंभीर बताई जा रही है। इनमें से 26 अन्य लोगों में से एक को गंभीर चोटों के कारण इलाज के लिए हैदरगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रेफर कर दिया गया है।

हरिद्वार के मनसा देवी में भगदड़: क्या थी वजह

हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भी रविवार 27 जुलाई की सुबह 9:15 बजे भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए। भगदड़ की वजह सीढ़ियों में करंट बताया जा रहा था जिसे बाद में अफवाह बताया गया।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मनसा देवी भगदड़ को लेकर मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए देने की घोषणा की।

2025 में मंदिर में भगदड़ के मामले

मदिरों में भगदड़ की खबर दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। हाल ही में 29 जून 2025 को ओडिसा के पूरी में रथ यात्रा के भगदड़ से करीब 3 लोगों की मौत हो गई।

3 मई 2025 को गोवा के शिरगांव के एक मंदिर में वार्षिक लैराई देवी यात्रा (जुलूस) के दौरान भगदड़ की खबर सामने आई थी। इस भगदड़ में कम छह लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक अन्य घायल हो गए थे।

8 जनवरी 2025 को आंध्र प्रदेश के मंदिर तिरुपति में एक उत्सव की टिकट के लिए लगी भीड़ की वजह से भगदड़ हो गई। इस भगदड़ में छह लोगों की मौत हुई और दर्जनों लोग घायल हो गए।

भगदड़ की खबर अधिकतर मंदिर वाली जगह और धार्मिक उत्सव के दौरान आती है। इसका बड़ा उदाहरण महाकुम्भ भगदड़ है। इसी साल 2025 में 29 जनवरी यानी मौनी अमावस्या के दिन महाकुम्भ मेले में भगदड़ से मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। यूपी सरकार ने भगदड़ में 37 मौतों की संख्या बताई थी। लेकिन हाल ही में बीबीसी ने 11 राज्यों के 50 जिलों में ग्राउंड रिपोर्टिंग कर, मृतक के परिवारों से मुलाकात कर यह जानकारी इकट्ठा की और बताया कि कुंभ में हुए भगदड़ में 82 लोगों की मौतें हुई हैं।

मंदिरों में धार्मिक पर्व के दौरान भीड़ ज्यादा बढ़ जाती है ऐसे में सरकार और प्रशासन को लोगों की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम करने चाहिए। लोगों को जागरूक भी करना चाहिए कि ज्यादा भीड़ वाली जगह जाने से बचें।

 

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