आने वाले 2019 के लोकसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी (सपा) ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन कर लिया है। जिसके चलते समाजवादी पार्टी ने शनिवार को इसकी पुष्टि भी की है।
मायावती और अखिलेश ने नई दिल्ली में तीन घंटे की मैराथन बैठक में इस गठबंधन की घोषणा की है।
सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के दो दलों के बीच गठबंधन पर औपचारिक घोषणा इस महीने के अंत में होने की संभावना है और दोनों पार्टी प्रमुखों ने अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। उनका कहना है कि दोनों पार्टी साथ मिलकर भाजपा सरकार को गिराने की निति बना रहे हैं।
हालाँकि, इस गठबंधन में अब तक कांग्रेस पार्टी के सम्मलेन की कोई खबर सामने नहीं आई है।
सपा और बसपा दोनों उत्तर प्रदेश में 80 में से प्रत्येक पर 37 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं जिसमे से केवल दो को ही छोड़ा जाएगा (रायबरेली और अमेठी), जिसे कांग्रेस पार्टी द्वारा स्वीकार करने की कोई सम्भावना नहीं है।
सूत्रों के अनुसार ये सम्भावना रखी गई है कि इस गठबंधन में कांग्रेस को भागीदार नहीं माना जाएगा। सबसे महत्वपूर्ण चुनावी राज्य में कांग्रेस अकेले ही आगे बढ़ते दिखेगी।