खबर लहरिया Blog SP MLA Abu Azmi: सपा पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी को महाराष्ट्र बजट सत्र से किया निलंबित

SP MLA Abu Azmi: सपा पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी को महाराष्ट्र बजट सत्र से किया निलंबित

मुगल बादशाह औरंगज़ेब की टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र विधान सभा में विपक्ष ने विधायक अबू आजमी के खिलाफ टिप्पणी की और उन्हें पार्टी से निकालने की मांग की थी। संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल द्वारा प्रस्ताव पेश किए जाने के बाद ही उन्हें विधानसभा से निलंबित कर दिया गया।

समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी की तस्वीर (फोटो साभार: सोशल मीडिया)

लेखन – सुचित्रा 

समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी को महाराष्ट्र विधान सभा से निलंबित कर दिया गया है। महाराष्ट्र बजट सत्र की पूरी अवधि यानी 26 मार्च तक उन्हें निलंबित किया गया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने अबू आजमी को 100 प्रतिशत जेल में डालने की बात कही। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी ने विधान परिषद में मुगल बादशाह औरंगज़ेब की तारीफ की और उसे क्रूर शासक नहीं बताया था।

महाराष्ट्र में इस समय बजट सत्र चल रहा है। यह बजट सत्र 26 मार्च तक है। ऐसे में समाजवादी पार्टी के विधायकअबू आसिम आजमी की टिप्पणी ने समाजवादी पार्टी को खतरे में डाल दिया है।

समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी हुए निलंबित

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार 3 मार्च 2025 को समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी ने कथित तौर पर औरंगज़ेब को “क्रूर प्रशासक” नहीं बताया और उसने कई मंदिर बनवाए ऐसा उन्होंने बयान दिया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि औरंगज़ेब और छत्रपति संभाजी महाराज के बीच संघर्ष शासन को लेकर था न कि धर्म को लेकर। उन्होंने यह भी कहा कि, “हमारा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विश्व सकल घरेलू उत्पाद का 24 प्रतिशत था और भारत को (उनके शासनकाल के दौरान) सोने की चिड़िया कहा जाता था।”

मुगल बादशाह औरंगज़ेब की टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र विधान सभा में विपक्ष ने विधायक अबू आजमी के खिलाफ टिप्पणी की और उन्हें पार्टी से निकालने की मांग की थी। संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल द्वारा प्रस्ताव पेश किए जाने के बाद ही उन्हें विधानसभा से निलंबित कर दिया गया।

मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा, “आज़मी द्वारा दिए गए बयान से समाज में गुस्सा पैदा हुआ है। यह सदन का अपमान भी है और इसकी प्रतिष्ठा को धूमिल करता है। इसे देखते हुए मैं बजट सत्र के अंत तक उन्हें निलंबित करने का प्रस्ताव पेश कर रहा हूं।” “इस अवधि के दौरान, राज्य विधानमंडल के परिसर में उनका प्रवेश भी वर्जित रहेगा।”

निलंबित होने पर विधायक अबू आसिम आजमी की प्रतिक्रिया

समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी ने निलंबन होने पर मीडिया से कहा कि, जो लोग जगह जगह जाकर औरंगजेब को लेकर बात कहते हैं मैंने भी वही बात कही है और किताबों में भी इस तरह की बातें छापी है तो कहाँ कुछ बैन हुआ ……..सरकार की मनमानी है, मेरे और मेरे परिवार को जान का आज खतरा बना हुआ है। दो कानून चल रहे है महाराष्ट्र में, अगर महाराष्ट्र में लोकतंत्र ख़त्म हो चूका है तो सरकार जनता के साथ और जनता के चुने हुए प्रतिनिधि के साथ कुछ भी कर सकती है।”

समाजवादी पार्टी की प्रतिक्रिया

विधायक अबू आजमी के निलंबित किए जाने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इसका विरोध करते हुए कहा कि, “यदि निलंबन का आधार विचारधारा से प्रभावित होने लगे, तो फिर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और गुलामी में क्या अंतर रह गया? हमारे विधायक हों या सांसद, उनकी निर्भीकता बेमिसाल है। अगर कुछ लोग सोचते हैं कि ‘निलंबन’ से सत्य पर लगाम लग जाएगी, तो यह उनकी नकारात्मक सोच का बचकानापन है। आज की स्वतंत्र सोच कहती है, ‘हमें भाजपा नहीं चाहिए’!”

सीएम योगी आदित्यनाथ की विधायक अबू आज़मी की टिप्प्णी पर प्रतिक्रिया

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अबू आसिम आज़मी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अबू आसिम आज़मी को समाजवादी पार्टी (सपा) से निलंबित कर दिया जाना चाहिए। कल बुधवार 5 फरवरी 2025 को राज्य विधान परिषद में बोलते हुए मंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “उन्हें (अबू आज़मी) उत्तर प्रदेश भेज दो, हम उनका उपचार (इलाज) कर देंगें।”

विधायक अबू आज़मी को स्थायी रूप से निलंबित करने की मांग

महाराष्ट्र में शिवसेना अध्यक्ष एवं विधान पार्षद उद्धव ठाकरे ने भी विधायक अबू आज़मी की इस टिप्पणी का विरोध किया और कहा कि किसी को भी राष्ट्रीय प्रतीकों के खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं करनी चाहिए। इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, “उन्हें (आजमी को) स्थायी रूप से (विधानसभा से) निलंबित कर दिया जाना चाहिए।”

समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी ने इस बात पर भी जोर दिया कि जब उन्होंने अपना बयान वापस लेने को कह दिया था फिर भी उन्होंने विधानसभा से क्यों निलंबित कर दिया गया?

 

‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’

If you want to support  our rural fearless feminist Journalism, subscribe to our  premium product KL Hatke

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *