अंबेडकर नगर जिले में हर साल 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती को लेकर जगह-जगह उत्सव मनाया जाता है। महिलाएं खेती-किसानी के साथ-साथ बाबासाहेब के सम्मान में गीत गाती हैं और घरों में विशेष तैयारियां करती हैं। नीशा और कलावती बताती हैं कि वे बचपन से ही डॉ. अंबेडकर के विचारों से प्रेरित रही हैं। उनका मानना है कि संविधान और कानून व्यवस्था के कारण ही आज समाज में हक और अधिकार की बात की जा रही है, नहीं तो दलित और पिछड़े वर्ग को आज भी दबाने की कोशिश की जाती।