खबर लहरिया Blog Somvati Amavasya 2024: सोमवती अमावस्या का दिन, गंगा किनारे लोगों की भीड़

Somvati Amavasya 2024: सोमवती अमावस्या का दिन, गंगा किनारे लोगों की भीड़

आज के दिन ‘सोमवती अमावस्या’ के साथ ही सूर्य ग्रहण लगने से यह दिन और खास माना जा रहा है।

Somvati Amavasya 2024

सोमवती अमावस्या की सांकेतिक तस्वीर ( फोटो – गूगल)

आज 8 अप्रैल 2024 ‘सोमवती अमावस्या’ के रूप में मनाया जा रहा है। आज सुबह से ही हरिद्वार, प्रयागराज, उत्तरखंड में श्रद्धालुओं की गंगा तट पर भीड़ देखने को मिली। आज के दिन सूर्य ग्रहण लगने से यह दिन और खास माना जा रहा है।

सोमवती अमावस्या क्या है?

सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव की पूजा, पूर्वजों या पितरों की पूजा की जाती है। इस दिन लोग गंगा में स्नान के लिए जाते हैं और साथ ही हवन, यज्ञ, दान, जानवरों को खाना खिलाना, मंत्रों का जाप और बहुत कुछ पूजा के अनुसार करते हैं।

जैसा की भारत में धर्म में आस्था रखने वाले लोग ‘सोमवती अमावस्या’ में शामिल होने के लिए कई महीनें पहले से ही ट्रेन की टिकट बुक करने लगते हैं। ऐसे दिनों में हमें ट्रेनों में भारी संख्या में भीड़ भी देखने को मिलती है। कई यात्रियों को तो ट्रेन में टिकट भी उपलब्ध नहीं हो पाते। जिसकी वजह से लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ता है फिर भी जिनको श्रद्धा है वो कैसे न कैसे कर के इस दिन के लिए गंगा में स्नान के लिए आते हैं।

आज के दिन सूर्य ग्रहण

टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार आज के दिन ‘सोमवती अमावस्या’ के साथ ही सूर्य ग्रहण लगने से यह दिन और खास माना जा रहा है।

सोमवती अमावस्या का समय

जानकारी के अनुसार सोमवती अमावस्या आज सोमवार 8 अप्रैल की सुबह 3: 21 बजे से शुरू हो चुकी है और कल मंगलवार 9 अप्रैल को रात 11:50 बजे समाप्त होगी। एएनआई ने सोशल मीडिया X पर हरिद्वार में गंगा नदी के तट का वीडियो शेयर किया है। जिसमें गंगा में स्नान करते हुए लोग और लोगों की भीड़ को वीडियो में देखा जा सकता है।

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भी इसी भीड़ देखने को मिली जहां पर सोमवती अमावस्या के मौके पर लोग गंगा में स्नान करते दिखाई दिए। इसका वीडियो एएनआई ने सोशल मीडिया X पर शेयर किया।

लोगों की यह भीड़ कल 9 अप्रैल 2024 तक रहेगी।

 

‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’

If you want to support  our rural fearless feminist Journalism, subscribe to our  premium product KL Hatke

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *