अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मिलानिया ट्रंप 24-25 फरवरी को भारत दौरे पर आ रही हैं। मेहमान के स्वागत में गुजरात के अहमदाबाद शहर को सजाया जा रहा है। शहर को खूबसूरत दिखाने के लिए करोड़ों रुपये भी खर्च किए जा रहे हैं। यानी अहमदाबाद स्वच्छ और सुंदर लगे इसके लिए हर संभव कोशिश हो रही है।
एक और जहाँ कार्पोरेशन अहमदाबाद एयरपोर्ट से लेकर सरदार पटेल मोटेरा स्टेडियम के रास्ते को ठीक कर रही है तो वहीँ दूसरी ओर इसी रास्ते के बीच आने वाली झुग्गियों को ढकने के लिए एक दीवार भी बनाई जा रही है। जिसकी सोशल मीडिया पर काफी अवहेलना हो रही है। झुग्गियों को ढकने के लिए सरकार करोड़ो रूपये खर्च कर सकती है तो झुग्गियों का विकास क्यों नहीं कर सकती? सोशल मिडिया पर लोग इसकी काफी अवहेलना कर रहर हैं.
देश के प्रधानमंत्री अपनी नाकामियों को छुपाने और अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए आज यह दीवार बना रहे है, ऐसा ही होता रहा तो मोदी जी अपने स्वार्थ के लिए एक दिन देश के गरीबों को ही दीवार में चुनवा देंगे।
— Sudama Yadav | सुदामा यादव 🇮🇳 (@Sudamaydv_INC) February 15, 2020
जानकारी के मुताबिक, अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को इंदिरा ब्रिज से जोड़ने वाली सड़क के किनारे काफी झुग्गियां बनी हुई हैं। इन्हीं को छिपाने के लिए यह दीवार बनाई जा रही है। ताकि डोनाल्ट ट्रंप की नजर इस झुग्गियों पर न पड़े। जिस रास्ते से डॉनल्ड ट्रंप आएंगे उस पूरे रास्ते पर 50 करोड़ रुपये खर्च किए जा सकते हैं। माना जा रहा है कि पूरे रास्ते पर डेकोरेटिव लाइटें लगाने का खर्च 1 करोड़ रुपये के आसपास आएगा लेकिन इसे लेकर फैसला अभी किया जाना है।
मुगल ए आजम ने दिवार मे अनारकली को चुनवा दिया
जुमले आजम गरीबो को दिवार मे चुनवा कर मुगलो से बदला ले लिया 😜 *गुजरात की गरीबी छिपाने के लिए हो रहा है ये काम! चौंकाने वाला खुलासा भाजपा के भक्तों देख लो वीडियो अपने मोदी के करतूत😉*@ansarishehab pic.twitter.com/A7eb6MmcWn— ashfak ahmed (@ashfaka92146756) February 16, 2020
अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘अनुमानित 600 मीटर की दूरी पर झुग्गी बस्तियों को छुपाने के लिए 6-7 फीट ऊंची दीवार बनाई जा रही है। यहां पर पौधारोपण अभियान भी चलाया जाएगा।’ 500 से ज्यादा कच्चे मकानो में रहने वाली 2500 की आबादी दशको पुराने देव सरन या सरनियावास झुग्गी बस्तियों के क्षेत्र का हिस्सा हैं। एएमसी साबरमती नदी के किनारे पर सौंदर्यीकरण के तहत खजूर के पेड़ लगाएगी। इससे पहले ऐसे ही सौंदर्यीकरण का काम तब किया गया था जब जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे अपनी पत्नी अकी आबे के साथ दो दिन के गुजरात दौरे पर 2017 में 12वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने आए थे। अब 24-25 फरवरी को भारत दौरे पर आ रहे हैं।
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आपको बता दें कि भारत ने पिछले साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने के लिए डोनाल्ड ट्रंप को आमंत्रित किया था लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति व्यस्त होने के कारण समारोह में नहीं आ पाए थे। ट्रंप से पहले उनके पूर्ववर्ती अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भी दो बार 2010 और 2015 में भारत दौरे पर आए थे। 2015 में ओबामा गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनकर आए थे। उस दौरान भारत-अमेरिका के बीच कई अहम कारोबारी समझौते हुए थे।
कहते हैं दूर के ढ़ोल सुहाने होते हैं और हकीकत क्या होती है ये बात सामने जाकर देखने से पता चलती है और ये मोदी जी के गुजरात विकास माँडल से साबित हो रही है। जब झुग्गी के सामने दिवार उठाई जा रही है। गुजरात में किये गये विकास पर काफी चर्चा होती है की नरेंद्र मोदी जी ने गुजरात में काफी विकास किया है तो झुग्गियों में रहने वाले लोगों के घर के सामने दिवार क्यों? कहाँ गया यहाँ का विकास?