खबर लहरिया एडिटर देगी जवाब दिवाली के बाद दम घोटने लगी हवाएं देखिए एडिटर देगी जवाब में

दिवाली के बाद दम घोटने लगी हवाएं देखिए एडिटर देगी जवाब में

कैसी रही आप सबकी दीपावली? तो साथियो दीपावली के बाद जीना मुस्किल हो रहा है। इतना ज्यादा वायु प्रदूषण फैला है की चारो तरफ दुन्ध छाई है। साँस लेना मुस्किल हो रहा है क्योकि दीपावली में इतने ज्यादा पटाखे छुडाये गये हैं समझ में ही नहीं आ रहा है की ठंडी है या गर्मी, दिल्ली आई तो देखी की यहाँ के हालात तो बुन्देलखण्ड से ज्यादा खराब हैं। यहाँ तो लोग प्रदूषण से बचने के के लिए मुंह में मास्क लगा कर निकल रहें हैं। आप सब लोग भी इस प्रदूषण से बच कर रहें क्योकि इस समय बीमारियां भी काफी फैल रही हैं।

तो दोस्तों अब में शुरू करती हूँ आपके भेजे सवालों को पढ़ना और उनके जवाब देना।

साथियो एक स्टोरी को हमने चलाया था अन्ना जानवरों की,  इसका कबरेज हमने बाँदा और छतरपुर से किया था। जहां पर अन्ना जानवरों की वजह से सड़के भी जाम हो जाती हैं और तो और बाँदा में तो कई घटनाएं भी हुई हैं ट्रक के द्वारा कई गायों को कुचल कर मार दिया गया है। यह खबर काफी चली और सवाल भी आये है।

सवाल _ राजेश सिंह लिखते हैं की जानवर जब तक मतलब के रहते हैं तब तक लोग अपने साथ रखते है और जब मतलब के नही रहते तो सडको पर छोड़ दिया, वाह रे मतलबी इंसान! जो सिर्फ स्वार्थ ही जानता है । अगर अमेरिका जैसा कानून बन जाये तो एक भी जानवर सड़क पर नही दिखेगा ।

जवाब _ राजेश जी सवाल भेजने के लिए बहुत -बहुत शुक्रिया, सरकार को सभी दोष देते हैं लेकिन ये बात बिलकुल सही हैं की लोगों ने भी अपने जानवरों को छोड़ रखा है शायद कारण यह भी है कि सरकार की वजह से लोग ऐसे कर रहें हैं सरकार भी गायों के नाम पर दिखावटी राजनीति कर रही और लोग भी उस राजनीति में आग में घी डालने का काम कर रहें हैं।


सवाल _अशोक कुमार कुशवाहा लिखते हैं हमारे गाँव ग्राम पोस्ट बाघा पंचायत जिला बांदा में भी बहुत जानवर हैं 300 मुडा जानवर हैं बाघा में एक भी नहीं गोस्ला ना अभी तक बना है।

 जवाब _ सरकार ने गौशाला बनवाने के लिए बहुत पैसा दिया है लेकिन इसका भी सही ढंग से इतेमाल नहीं हो रहा है गिने चुने ही सरकारी गौशाला हैं बाँदा में। आप लोग अधिकारियों से मांग करिये आपके गाँव के लिए जरुर बजट आया होगा।

हिन्दू-मुश्लिम एकता की मिसाल है बुंदेलखंड

इस खबर को खबर लहरिया ने किया क्योकि अपने भारत में सिर्फ नफरत फैलाने की बात होती हैं जबकि ऐसा नहीं है। हिन्दू और मुसलमान एक दूसरे के त्यौहार मिल कर मनाते हैं हमने दोनों समुदायो से बात की इस स्टोरी इसमें जो सवाल आया है मैं आपके सामने पढ़ती हूँ।

सवाल _ इनका नाम है अपना बुन्देलखण्ड ये लिखते हैं कि इन्सान तो सभी है फिर आपस में इतनी हिंसा सिर्फ धर्म के नाम पर क्या होगा इस देश का और आने वाली पीढ़ी का आपस में मर मिटेगें।

जवाब_ अपना बुन्देलखण्ड भाई आपके जवाब से मै सहमत हूँ और संतुष्ट भी हूँ। मौजूदा सरकार इन्सानों के अंदर इतना हिन्दू और मुसलमानों के प्रति नफरत भर रही है। इन्सान ही इंसान को खाय डाल रहा है लेकिन हमारे बुन्देलखण्ड में अभी भी भाईचारे की मिशाल जिन्दा है जिसको हमने सकारात्मक रूप में दिखा सरकार तक पहुँचाने की कोशिश की है लेकिन एक बात और हैं। हम इन्सानों को समझना होगा की सरकार सिर्फ राजनीति कर रही है  ओ अपने फायदे के लिए किसी भी हद तक जा सकती है हम आपस में प्यार मोहब्बत बना कर रहें।