एमपी के संगरौली जिले में अधिकतर महुआ के पेड़ पाए जाते हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार यहां दो तरह के महुआ के पेड़ पाए जाते हैं, एक कड़वा और दूसरा मीठा महुआ। किसी का आकार छोटा तो किसी का आकार बड़ा होता है। आदिवासी समुदाय के लोग गिरे हुए महुए को बीनते हैं और फिर उसे सुखाकर बेचते हैं।
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लोगों ने बताया, एक दो महीने महुआ बीनने का सीज़न होता है। जिनके घर में ज़्यादा काम नहीं होता वह पूरा दिन महुआ बीनते हैं। आगे बताया कि वह एक सीज़न में 10 से 50 हज़ार रूपये तक का महुआ बेच लेते हैं।
यह भी बताया कि कभी महुआ का दाम महंगा होता है तो कभी सस्ता। कभी 50 से 60 रूपये किलो बिकता है तो कभी 25 से 30 रूपये किलो व इसी के अनुसार ही उन्हें मुनाफा भी होता है।
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