नमस्कार दोस्तों! मैं हूं गीता लेकर आई हूँ अपना सो ‘जासूस या जर्नलिस्ट।’
दोस्तों! पटना जिले के फुलवारी शरीफ थाने के अन्तर्गत आने वाले पुरेन्द्र नगर में 1 मई की रात 8 बजे दुकानदार दद्दन पाल को दुकान बंद करते समय गोली मार दी गई। जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। उस दिन से वह परिवार आज भी डरा सहमा घर के अंदर कैद है और स्थानीय थाना पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
मेरी जासूसी कहती है कि मृतक दद्दन एक व्यवसाई था। उसके पास जनरल स्टोर की दुकान थी जिससे वह अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। उनकी किसी से कोई रंजिश या दुश्मनी नहीं थी इसके बावजूद भी दुकान बंद करते समय अचानक उनके ऊपर गोलियां बरसने लगे और देखते ही देखते वहीं पर धराशाई हो गए। पास में ही दुकान किए उनके बड़े भाई ने यह नजारा देखा और तत्काल परिवार को फोन किया व घर के सभी लोग मौके पर पहुंच गए। इस घटना से मोहल्ले में हंगामा मच गया लेकिन डर के कारण किसी ने दद्दन की बॉडी को हाथ तक नहीं लगाया और परिवार के लोग मदद की गुहार लगाते रह गए।
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जासूसी में ये भी निकल कर आया कि वहां से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी में ही थाना है लेकिन पुलिस सूचना पाने के बावजूद भी घटनास्थल पर 1 घंटे तक नहीं पहुंची। पुलिस तब अस्पताल पहुंची जब परिवार के लोग दद्दन की बॉडी को लेकर अस्पताल पहुंच गए थे और वहां पुलिस ने अपनी फॉर्मेलिटी अदा की और वापस चली गई। तब से आज तक पुलिस ने किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की। ना ही पता लगाया कि किसने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया।
जासूसी में यह भी पता चला कि इसी तरह गोली मारकर पिछले साल 2022 में दद्दन के भतीजे की भी हत्या कर दी गई थी। उस मामले में भी पुलिस ने आज तक किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की। अब यह उस परिवार में दूसरी घटना है इसलिए पीड़ित परिवार इतना डरा सहमा है कि किसी का भी नाम लेने से कतरा रहा है, डर रहा है। उसका कहना है कि अब उसको और घटनाएं अपने घर में नहीं देखना। किसी भी तरह उनके परिवार को बचाया जाए, शांति से रहने दिया जाए। वह किसी का नाम लेना नहीं चाहते क्योंकि जिन लोगों ने घटना को अंजाम दिया है वह पैसे और पावर वाले हैं। थाने को जो खाना देता है उसकी बजाता है और पीड़ित परिवार एक गरीब परिवार है, उनकी सुनाई कैसे होगी। 1 महीने होने जा रहे है पर पुलिस अभी तक खुलासा नहीं कर पाई है।
जासूसी में यह भी नजारा देखने और सुनने को मिला कि डर के कारण मोहल्ले के लोग भी पीड़ित परिवार से बातचीत नहीं कर रहे हैं मोहल्ले के लोगों में इतना दहशत है कि जब ऐसे इंसान को मार दिया गया जिसने कभी किसी का बुरा नहीं किया था और इससे पहले उसी परिवार में 2022 में भी घटना हुई थी। वह दोपहर में लगभग 2:00 बजे हुई थी तो इसलिए मोहल्ले के लोग पीड़ित परिवार से दूरी बनाकर रखते हैं क्योंकि उनको अपनी जान बचानी है। अब पीड़ित परिवार को न मोहल्ले का सपोर्ट मिल रहा है और ना ही पुलिस उनका कोई सहयोग कर रही है।
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