पटना/बिहार– कुछ हटकर काम करना हर किसी के बस की बात नहीं होती है। कदम-कदम पर आपको नई चुनौतियां मिलती हैं और इनसे निकलने का रास्ता भी आपको खुद ही निकालना होता है। जो इन मुश्किलों से बिना डरे निकलता है वही सफलता की कहानी लिखता है। जैसे कि पटना की शाज़िया क़ैसर ने लिखी है। शाज़िया क़ैसर बताती हैं कि उन्होंने अपनी UNICEF की नौकरी छोड़ कर जूतों की शू लॉन्ड्री खोली, क्योंकि उन्हें खुद पर भरोसा था की वह कुछ और बड़ा कर सकती हैं।
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