तीन साल पहले की कई रातें और कई दिन…जब उसकी दुनिया ने उसे दगा दिया। जान-पहचान के जिन चेहरों पर उसने भरोसा किया वही उसकी जिंदगी को नोच दिया। वो नाबालिग थी, मासूम थी और गर्भवती भी कर दी गई। जबरन उसका गर्भ भी गिरवा दिया गया। फिर जब हिम्मत बांध कर वो पुलिस के पास गई तो इंसाफ ने भी उसके साथ खेल किया। एक थाने से दूसरे थाने का चक्कर और हर बार वही तिरस्कार।
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