यूपी के जिला वाराणसी में 21 और 22 फरवरी को दो दिवसीय विश्व भोजपुरी सम्मलेन कार्यक्रम मनाया गया। इसका आयोजन लालपुर जीवन दीप महाविद्यालय में किया गया था। यहां के लोगों का कहना है कि भोजपुरी भाषा तकरीबन 500 साल पुरानी है। जो देश की मिट्टी से जुड़ी हुई है। लेकिन यह भाषा धीरे-धीरे लोगों से दूर होती जा रही।
जिसकी वजह से उन्होंने एक बहुत बड़े सम्मलेन का आयोजन किया। जिसमें अधिक मात्रा में लोग भी शामिल हुए। भारतीय संविधान कहता है कि सभी भाषाओं को जोड़ने का अधिकार संसद के पास है। लोगों का कहना है कि वह इस कार्यक्रम के ज़रिये अपनी भोजपुरी भाषा को बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी दूसरे लोगों से उम्मीद है कि अन्य लोग भी भोजपुरी भाषा को अपने घरों में अपने बच्चो को बताएं ताकि भाषा का अस्तित्व हमेशा लोगों में बना रहे।