28 नवम्बर 2018 को उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि 80 लाख छात्रों को 26 जनवरी 2019 को गणतन्त्र दिवस पर मिलेगी छात्रवृत्ति, पर क्या यह छात्रवृत्ति छात्रों तक पहुंच पाई है? या यह भी कागज में कैद होकर रह गया?
इस मामले में चित्रकूट जिला के छात्रों का कहना है कि हमारे खातों में अभी तक कोई छात्रवृत्ति ग्यारह और बारह क्लास की नहीं आई। ना ही 26 जनवरी को कोई प्रमाणपत्र दिया गया है।
हम लोग किसी तरह से पढ़ाई करते हैं। मां बाप कमाकर देते हैं, तो हम लोग पढ़ाई पूरी कर पाते हैं। सरकार तो ऐसे ही कहती रहती है।
समाज कल्याण विभाग अपनी जवाबदेही में कहा है कि सरकार कह तो दी है, पर अभी बजट नहीं है, तो कहाँ से हम खातों में छात्रवृत्ति डालें।
हमारे यहां छात्रों के आवेदन ही अभी तक नहीं आये हैं, तो क्या करें? चित्रकूट में लगभग आवेदन आने थे, पर नहीं आये हैं।
मास्टरों का कहना है कि अख़बारों और चैनल में दिखा देते हैं, पर काम होता ही नहीं है। आखिर सरकार चाहती क्या है? केवल मास्टरों को परेशान करवाती है।
सरकार क्यों नहीं इस बात को पलटकर देखती है, कि कितने लोगों को परेशानी उठाना पड़ता है? आदेश देकर छोड़ना बस, तो काम नहीं है। उस पर पहल भी करना जरूरी है।
लेखन- मीरा जाटव, संपादक