भारत एक कृषि प्रधान देश है और 21वीं सदी होने के बावजूद किसान अन्ना जानवर के प्रकोप से काफी परेशान हैं। सारण जिले के मशरक ब्लॉक में ऐसा ही मामला सामने आया है जहाँ लोगों के लिए अपने खाने-पीने का कोई ठिकाना नही हैं। वहीं पशु विभाग वालों का कहना है कि अगर अन्ना जानवरों का पतन करना है तो मुखिया हमें लिखित में नोटिस भेजे ताकि हम गांव के लिए कुछ कर सकें।
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