सहारनपुर के शेखपुरा कदीम में महंत यति नरसिंहानंद की ओर से पैगंबर मोहम्मद पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के बाद तनाव बढ़ गया है। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इस पर विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें पुलिस पर पथराव की घटनाएँ भी हुईं। इस मामले में पुलिस ने 7 अक्टूबर 2024 को 13 लोगों को गिरफ्तार किया जबकि 40 से ज्यादा अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज हैं। इससे पहले, 4 अक्टूबर को गाजियाबाद में डासना देवी मंदिर के बाहर हुई हिंसा के मामले में चार और लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
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विरोध प्रदर्शन के दौरान शेखपुरा पुलिस चौकी पर पथराव के सिलसिले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। (फोटो साभार – पीटीआई)
यूपी के गाजियाबाद, अलीगढ़, सहारनपुर, मेरठ और कई अन्य जगहों पर पैगंबर मोहम्मद पर की गई अपमानजनक टिप्पणी को लेकर नाराजगी बढ़ रही है। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सहारनपुर के शेखपुरा में महंत यति नरसिंहानंद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। रविवार, 6 अक्टूबर 2024 को, बड़ी संख्या में मुस्लिम लोग शेखपुरा गांव से निकलकर सड़कों पर आए और प्रदर्शन किया।
जब वे पुलिस को ज्ञापन देने गए, तो पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिससे कई पुलिस वाले घायल हो गए।
द हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार, “एक खास समुदाय से जुड़ी टिप्पणी को लेकर करीब 1500 लोगों ने कोतवाली देहात थाने में ज्ञापन सौंपा। पुलिस ने गांव में ही ज्ञापन ले लिया, इसके बावजूद कुछ लोगों ने पुलिस चौकी तक पहुंचने की कोशिश की, जिन्हें अधिकारियों ने रोक दिया।”
क्यों हो रहा है विरोध?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 29 सितंबर को गाजियाबाद के लोहिया नगर में हिंदी भवन में महंत यति नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ एक नफरत भरा भाषण दिया। इस बयान से मुस्लिम समुदाय की भावनाएं आहत हुईं, और लोग इस पर नाराज हैं। समाज के लोगों की मांग है कि महंत यति नरसिंहानंद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
आपको बता दें भाषण में महंत यति नरसिंहानंद ने कहा था कि, “प्रत्येक साल दशहरा के दिन रावण, मेघनाथ, कुम्भकर्ण को जलाते हैं। उनके जैसा कोई चरित्रवान व्यक्ति आज तक धरती पर दूसरा पैदा नहीं हुआ। रावण के एक छोटे से अपराध से आज लाखों साल बाद भी हम उसे जला रहे हैं। अब तो और बड़े बड़े अपराधी आ गए हैं। मैं सभी हिन्दुओं को इस मंच से आवहान करना चाहता हूँ कि अगर जलाना ही है तो हर साल दशहरा पर पैगंबर मोहम्मद को जलाए।”
इस तरह का भाषण धर्म के खिलाफ लगता है और हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत फैलाता है। महंत होते हुए इस तरह की बातें करना लोगों में घृणा और हिंसा को बढ़ावा देता है। किसी भी धर्म के प्रति ऐसा व्यवहार सही नहीं है।
महंत यति नरसिंहानंद मामला दर्ज
यूपी पुलिस ने गुरुवार 3 अक्टूबर को इस तरह के भाषण देने के आरोप में यति नरसिंहानंद (Yati Narsinghanand) के खिलाफ मामला दर्ज किया। पुलिस उपनिरीक्षक त्रिवेंद्र सिंह सिंह की शिकायत के आधार पर बीएनएस की धारा 302 (किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) के तहत एफआईआर दर्ज की गई।
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