खबर लहरिया Blog Resident Bus Accident: हैदराबाद – बेंगलुरु हाईवे पर बस में लगी आग, अब तक 20 लोगों की मौत 

Resident Bus Accident: हैदराबाद – बेंगलुरु हाईवे पर बस में लगी आग, अब तक 20 लोगों की मौत 

हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही बस चिन्नातेकुरु गांव के पास एक दोपहिया वाहन से टकराने के बाद आग की लपटों में घिर गई। इसमें कई लोगों की हुई मौत।       

Hyderabad to Bangalore bus catches fire

हैदराबाद से बैंगलुरु वाली बस में लगी आग (फोटो साभार: सोशल मीडिया)

हैदराबाद – बेंगलुरु- नेशनल हाईवे (NH-44) पर कावेरी ट्रैवल्स की एक बस अचानक से आग का गोला बन गई। ये बस 40 यात्रियों को लेकर हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही थी। यात्रियों के अलावा इस बस में दो ड्राइवरों सवार थे। बस 23 अक्टूबर 2025 आधी रात को हैदराबाद से सवारियों को लेकर रवाना हुई थी। जब ये राष्ट्रीय राजमार्ग 44 (NH-44), कुरनूल के पास पहुंची तो लगभग साढ़े तीन बजे एक बाइक से टक्कर हो गई। पहले तो बस ड्राइवर को लगा की हादसा टल गया। लेकिन बाइक बस के नीचे फंस गई थी। जिसके कारण एक चिंगारी निकली और देखते ही देखते बस आग की चपेट में आ गई। हालांकि पुलिस अभी आग लगने के कारणों की जांच में जुटी हुई है।

एक बाईक से भिड़ी बस 

बीबीसी के रिपोर्ट अनुसार कुरनूल रेंज के डीआईजी कोया प्रवीण ने हादसे की जानकारी देते हुए समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा “आज सुबह तीन बजे एक बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई जिसमें एक प्राइवेट बस की टक्कर बाइक से हो गई। अभी तक दुर्घटनास्थल से 19 शव बरामद किए जा चुके हैं।” हालांकि उन्होंने ये आशंका भी जताई की मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि ड्राइवर ने बस की खिड़कियां तोड़कर लोगों की जान बचाई लेकिन बाकी 21 लोग उसमें फंस गए। इनमें से 19 के शव बरामद किए जा चुके हैं। बाइक बस के नीचे फंस गई और ईंधन टैंक से टकरा गई जिससे भीषण आग लग गई जो जल्द ही पूरे वाहन में फैल गई। बाईक के फ़्यूल टैंक की वजह से आग बस में भी तेज़ी से फैल गई। उन्होंने बताया कि ऑफिशियली बस में 39 लोग सवार थे लेकिन एक शख़्स बीच सफर में बस में चढ़ा था जिसकी जानकारी जुटाने की कोशिश पुलिस कर रही है।

अधिकांश यात्री सो रहे थे 

जानकारी के अनुसार जिला कलेक्टर ने बताया है कि हादसे के वक्त अधिकांश यात्री सो रहे थे इसलिए कई लोग समय रहते बस से बाहर नहीं निकल पाए। कुछ तार कट जाने के कारण बस का दरवाजा तुरंत नहीं खुल सका जिससे इस हादसे की गंभीरता बढ़ गई। जांच के दौरान पुलिस ने एहतियातन बस का डीजल टैंक खाली किया। वहीं मेडिकल एक्सपर्ट्स की टीम मौके पर पहुंची और जलने वाले शवों के DNA सैंपल इकट्ठा किए। DIG ने बताया कि बस में कोई फायर कंट्रोल उपकरण मौजूद नहीं था जिससे सुरक्षा मानकों और आपातकालीन तैयारियों में कमी का पता चला है।

यात्रियों की ज़ुबानी घटना 

आज तक के रिपोर्ट अनुसार यात्री ने बताया ‘रात को हम कुकटपल्ली से बेंगलुरु जाने के लिए बस में सवार हुए। मैं ड्राइवर के पीछे वाली सीट पर बैठा हुआ था। लंबी यात्रा के बाद सुबह सुबह 2:30 से 3:30 बजे के बीच मैंने बस की खिड़की के पास आग देखी और तुरंत ड्राइवर को बताया। हमने बस को रोक दिया और खिड़कियां तोड़ने की कोशिश की। लगभग 20 लोग ही बाहर निकल पाए जबकि बाकी अंदर ही फंस गए।”

यात्री ने बताया “बस में हर कोई सो रहा था। हमने सभी को जगाया। मेन गेट बंद होने के कारण हमने इमरजेंसी विंडो तोड़ी। हम खिड़की से बाहर कूद गए। कई लोग खिड़कियां तोड़कर बस से बाहर निकल गए बाकी भीतर ही फंसे रह गए।” 

मुख्यमंत्री ने जताया दुःख 

मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने जिला कलेक्टर और SP से बात की और घायलों के इलाज की जानकारी ली। एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने लिखा “कुरनूल ज़िले के चिन्ना टेकुर गांव के पास हुई भीषण बस आग दुर्घटना के बारे में जानकर मुझे गहरा सदमा पहुंचा है। मेरी हार्दिक संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। सरकारी अधिकारी घायलों और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।”

वहीं तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने भी दुर्घटना पर दुःख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने गडवाल जिला कलेक्टर और SP को तुरंत राहत उपायों के लिए घटनास्थल पर भेजा और परिजनों के लिए हेल्पलाइन स्थापित करने के निर्देश दिए।

प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया 

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर कहा कि “आंध्र प्रदेश के कुरनूल ज़िले में हुई एक दुर्घटना में हुई जान-माल की हानि से अत्यंत दुःखी हूँ। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएँ प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएँगे।”  

 

बता दें ठीक इसी तरह का दुर्घटना राजस्थान में भी हुई था। 12 अक्टूबर 2025 को राजस्थान के जैसलमेर में जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर एक निजी एसी स्लीपर बस में शार्ट सर्किट के कारण आग लग गई। इसमें 20 लोगों की जिंदा जलने से मौत हो गई जबकि तीन दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए। मृतकों में दो बच्चे और चार महिलाएं शामिल थे। जैसलमेर से जोधपुर जा रही बस में कुल 57 लोग सवार थे। पोकरण विधायक प्रताप पुरी ने हादसे में 20 मौतों की पुष्टि की गई थी। 

जानकारी के अनुसार आग लगने का कारण पटाखे को बताया गया था। बस में पटाखे परिवहन किए जा रहे थे। इसके पिछले हिस्से में शार्ट सर्किट से चिंगारी निकली जो पटाखों तक पहुंच गई और आग फैल गई। आग लगने के बाद भी बस राजमार्ग पर दौड़ती रही। आग बस चालक तक पहुंचती इसके पहले ही वह बस रोककर अपनी सीट से कूद गया। आग बुझाने के प्रयास में आसपास के ग्रामीणों ने पानी डालने का प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हो पाए। 

एनसीआरबी 2023 की रिपोर्ट के अनुसार 2023 एनसीआरबी के रिपोर्ट अनुसार सड़क दुर्घटनाओं के मामले में भी यूपी टॉप पर है जो राज्य में बढ़ती ट्रैफ़िक और सुरक्षा व्यवस्था की चिंताओं को दर्शाता है इसी के साथ राजस्थान इस मामले पर चौथे नंबर में है। 

 

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