कोरोना काल में सरकार ने घोषणा किया है की लॉकडाउन के बीच कोई भूखा ना रहे| इस लिए देश के समस्त गरीबों को भोजन मुहैया कराने के लक्ष्य को लेकर महीने में दो बार राशन वितरण शुरू किया गया|
लेकिन इसके बावजूद भी उत्तर प्रदेश के बांदा जिला, ब्लाक तिन्दवारी,ग्राम पंचायत पैलानी क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया| जहां पर लोगों का आरोप है कि राशनकार्ड होने के बावजूद भी उन्हे तीन महीने से राशन नहीं मिल रहा है|
ग्रामीणों का आरोप है की उनके गाँव का कोटेदार काजी उन लोगों को तीन महीने से राशन नहीं दे रहा है, जबकि वह लोग समय पर पहुंच जाते है राशन लेने के लिए लेकिन वो कुछ ना कुछ बहाना लगा कर वापस भगा देता है और कोटेदार उनसे दबंगई भी करता है कहता है की आपका अंगूठा नहीं लग रहा है| जबकि हमारा अंगूठा लगता है|
राशन कार्ड बने हुए है उनके नाम फिर भी इस तरह की धांधली हो रही है जिससे लोग बहुत परेशान है| राशन लेने जाते है, तो कोटेदार बोलता है की पहले यूनिट जुड़वाँ कर लाओ तभी आपको राशन वितरण किया जाएगा|
बिट्टन का कहना है की वह गरीब महिला अकेले घर का खर्चा चलाती है सभी लोगों से साहयता मांगती है| ताकि उसके खाने पिने के लिए हो जाए| जो राशनकार्ड बना था उसका नाम कटवा दिया गया था लेकिन उसे ये मालुम नहीं है की किसने कटवा दिया है, वह अनपढ़ हैं बहुत दिक्कते आती है घर परिवार कोई साथ नहीं देता है|
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मजदूरी करते हैं रोजनदारी में तो दो अढ़ाई सौ रुपये मिल जाते है कभी काम लगता है कभी नहीं लगता तो दो-दो तीन-तीन दिन बैठना पड़ता है बस यही चाहते है की थोड़ा हमे राशन मिल जाए तो अच्छा होगा|
अधिकारियों से शिकायत करते हैं तो बोलते है की ऑनलाइन दुबारा कराओ परिवार का आधार्कार्ड की फोटो कापी लगा कर दो जबकि ये सब पहले से जमा किया गया है दुबारा से मांगते है इस लिए जिलापूर्ति अधिकारी के पास गये थे राशन के लिए ज्ञापन देने 16 जून को क्योकिं पहले हमे सात पसरी मिल रहा था राशन जब से लॉकडाउन लगा तब से पांच पसेरी मिल रहा था लेकिन अब तो वो भी नहीं मिल रहा है तीन महीने होने जा रहे है और कोटेदार वापस लौटा देता है|
इस मामले में जिला पूर्ति अधिकारी राम कुमार का कहना है कि परिवार में जितने लोग है उन लोगों के आधार कार्ड जमा कर दे यहाँ कार्यलयों में युनिट जुडवाने के लिए उसके बाद जांच कर के जल्द से जिनका राशन कार्ड में नाम नहीं है जोड़ दिया जायेगा फिर राशन भी वितरण कर दिया जायेगा|
इस मामले में कोटेदार काजी का कहना है की अगर किसी का नाम कट गया होगा तो बन जाएगा कागज और सभी के नाम दे दे हमे तो हम बनवा देंगे दस दिन में बन जाता है| परिवार में किसी का भी अंगूठा लग सकता है इसका कोई प्रोब्लम नहीं होता है| जिनका नहीं है राशनकार्ड और जिन लोगों को नहीं मिल रहा है राशन तो वो लोग हमारे पास आये नाम बताये घर बैठ कर थोड़ी बन जायगा| इन लोगों का अंगूठा नहीं लगा होगा इस लिए राशन नहीं मिल रहा होगा|