राफेल लड़ाकू विमान आज अंबाला एयरबेस पहुंचने वाले हैं। पहली बार में कुल पांच लड़ाकू विमान होंगे, जो कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन हरकिरत सिंह के नेतृत्व में अम्बाला एयर बेस पर उतरेंगे. इसे लेकर लोगों में भी काफी उत्साह है।.
आपको बतादें कि राफेल को दुनिया का सबसे ताकतवर लड़ाकू विमान माना जाता है। राफेल सैकड़ों किलोमीटर तक अचूक निशाना लगा सकता है। दुनिया के सबसे घातक फाइटर जेट में शुमार राफेल आज भारतीय वायुसेना का हिस्सा बनने जा रहा है। राफेल फाइटर जेट की विनाशक क्षमता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह परमाणु बम ले जाने समेत 7 तरीके की युद्ध कला में माहिर है। इससे पहले राफेल फ्रांसीसी वायुसेना लीबिया से लेकर अफगानिस्तान तक में तबाही मचा चुकी है।
आजतक से बात करते हुए पूर्व वायुसेना अध्यक्ष पीवी नाईक ने कहा कि राफेल विमान से वेपन (मिसाइल) को फायर करने का मौका तो अभी तक मिला नहीं होगा, इसलिए इसमें वेपन को लोड और फायर करने का ट्रायल किया जाएगा। देखा जाएगा कि वेपन कैसे बिहेव कर रहे हैं. सौ फीसदी ऑपरेशन के बाद इसे भारतीय वायुसेना में शामिल किया जाएगा।
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राफेल दुनिया का सबसे घातक फाइटर जेट है
भारत को मिलने वाले राफेल में तीन तरह की मिसाइल लग सकती हैं। पहला जो हवा से हवा में मार करने वाली मीटियोर है, दूसरा हवा से जमीन में मार करने वाल स्कैल्प और तीसरा हैमर मिसाइल से लैस है। (हैमर एक ऐसी मिसाइल है, जिनका इस्तेमाल कम दूरी के लिए किया जाता है। ये मिसाइल आसमान से जमीन पर वार करने के लिए कारगर साबित हो सकती हैं) । इतना ही नहीं बल्कि इससे परमाणु हमला भी किया जा सकता है।इसमें लगा स्पेक्ट्रा ( एक तरह का दूरबीन) लंबी दूरी के टारगेट को भी पहचान सकता है। किसी भी खतरे की आशंका की स्थिति में इसमें लगा रडार वॉर्निंग रिसीवर, लेजर वॉर्निंग और मिसाइल एप्रोच वॉर्निंग अलर्ट हो जाता है और रडार को जाम करने से बचाता है। राफेल का रडार सिस्टम 100 किमी के दायरे में भी टारगेट को डिटेक्ट( पहचान लेता है) कर लेता है। ये एक बार में साढ़े 9 हजार किलो का सामान ले जा सकता है।
ऐसी क्षमता वाली फाइटर जेट फिलहाल चीन और पाकिस्तान दोनों ही देश में नहीं है की, जिसके चलते भारत इन दोनों देशों से कहीं आगे है।