हज़ारों लोग जुलूस में शामिल हुए। इस जुलूस में अधिकतर 20 और 30 की उम्र के युवा पुरुष थे। भीड़ में कुछ बुज़ुर्ग पुरुष और कुछ महिलाएँ भी शामिल थीं। वीडियो में देखा जा सकता है कि लोगों के हाथ में भगवा झंडा है और वे किस तरह से नारे लगा रहे हैं।
मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर रामनवमी जुलूस के दौरान एक वीडियो में मुग़ल बादशाह औरंगजेब को लेकर गालियों वाले गाने और नफरती नारे लगाए गए। इसका वीडियो स्वतंत्र पत्रकार और लेखक कुणाल पुरोहित ने सोशल मीडिया X पर शेयर किया। यह घटना रविवार 6 अप्रैल 2025 की है जब पूरे देश में रामनवमी का उत्सव मनाया जा रहा था। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इसका विरोध किया।
हाल ही में मुग़ल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर नागपुर में हिंसा की खबर सामने आई थी। यह घटना सोमवार 17 मार्च 2025 को हुई थी जिसके बाद बादशाह औरंगजेब को लेकर काफी राजनीति और बवाल हुआ। औरंजेब की कब्र को लेकर एक बार फिर तथाकथित खुद को हिन्दू धर्म के रक्षक मानने वालों ने अपने भीतर जन्मी नफरत को रामनवमी के दिन बाहर निकाला।
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रामनवमी के जुलूस में नफरती नारे और गन्दी गालियां
मकतूब मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, स्वतंत्र पत्रकार और लेखक कुणाल पुरोहित ने मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर रामनवमी के जुलूस का वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में उनकी ऑन-ग्राउंड रिपोर्टिंग के अनुसार, हज़ारों लोग जुलूस में शामिल हुए। इस जुलूस में अधिकतर 20 और 30 की उम्र के युवा पुरुष थे। भीड़ में कुछ बुज़ुर्ग पुरुष और कुछ महिलाएँ भी शामिल थीं। वीडियो में देखा जा सकता है कि लोगों के हाथ में भगवा झंडा है और वे किस तरह से नारे लगा रहे हैं।
वीडियो में गाने के बोल और लोगों के नारों की आवाज में ये शब्द सुनाई दे रहे हैं “औरंगजेब की कब्र खुदेगी,
Spent a few hours in #RamNavami processions outside Mumbai’s International Airport:
*Slogans like ‘Aurangzeb Ki Kabr Khudegi, Maa Ch*degi, Maa Ch*degi’.
*Songs with words: Bharat Mein Jo Desh Drohi Hai, Unki Ma Ka Bh*sda.
*Songs that threaten brutal violence against Muslims. pic.twitter.com/3AnpzlTdtQ— Kunal Purohit (@kunalpurohit) April 7, 2025
पत्रकार कुणाल पुरोहित ने यह भी कहा कि इस तरह की धमकी भरे नारे और गलियां मुस्लिमों के प्रति नफरत और हिंसा को बढ़ावा देती है।
नफरतों के बीच हेमशा महिला सम्बन्धी गालियां क्यों?
गानों और गन्दी गालियों के बोल आपसी समुदाय के बीच नफरत को दिखते हैं। इस तरह की घटना से यह भी पता चलता है कि कैसे जब इंसान को गुस्सा आता है तो वो बस माँ – बहन की गालियों में महिलाओं को बस सेक्स के नज़रिये से देखते है। अपने भीतर पनपे गुस्स्से को बस किसी महिला को गाली से जोड़कर खुश हो जाते हैं। ये गालियां कहीं न कहीं पुरुषों के अंदर जमी उस मानसिकता को दर्शाता है जो महिलाओं को और अपने विरोधी को इस बल पर हरा सकता है।
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